गरीबों के लिये त्यौहार की अनुभूति, पारंपरिक परिधान में दिखे लोग

प्रधान मंत्री जनधन योजना का शुभारंभ जिले में लक्ष्य से दोगुने खाते खुले
A-02-डा.लक्ष्मीनारायण वैष्णव- दमोह / देश के प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने जहां राजधानी से उक्त योजना की शुरूआत की तो वहीं दूसरी ओर देश के इतिहास का यह प्रथम अवसर था जब भारत के 77 हजार स्थानों पर एक साथ किसी योजना का एक ही समय शुभारंभ किया जाये। इस अवसर पर श्री मोदी ने देश को संबोधित करते हुये कहा कि मैने अभी जो देखा उससे महसूस हो रहा था कि लोगों में कितनी प्रसन्नता है। जिनको सम्मानित किया जा रहा है वह सब अहिन्दी भाषी क्षेत्र के लोग हैं। वह जिस भेष भूषा में थे वह त्यौहारों की थी यानि कि फैस्टीबल ड्रेस थी। हां यह गरीबों के लिये किसी त्यौहार से कम नहीं है आज का दिन। इन्होने कहा कि सफलता नई सिद्धियों को पाने में परिणाम बन जाती है। हमने यह दिखलाने का प्रयास किया है कि अगर इरादे तथा संकल्प शक्ति हो तो कुछ भी किया जा सकता है। आज सबके मिले जु़ले परिणामों का दिन है और भारत सरकार के लिये नई अनुभूति।  श्री मोदी ने कहा कि हमने सोचा कि गरीब को कम ब्याज पर पैसा मिलना चाहिए, जबकि उसे पांच गुना साहूकार को ब्याज चुकाना पड़ता है। ऐसे में कर्ज में डूबा व्यक्ति आत्महत्या कर लेता है। परिवार तबाह हो जाता है। इस योजना के शुभारंभ के अवसर पर कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्रियों और राज्य के मुख्यमंत्रियों को भी शिरकत करने के लिए कहा गया है। उक्त उद्बोधन को उपस्थित लोगों ने एक बडी एलसीडी के माध्यम से देखा एवं सुना।
उक्त योजना का शुभारंभ देश के साथ ही मध्यप्रदेश के दमोह जिला मुख्यालय पर क्षेत्रीय सांसद प्रहलाद पटैल ने मां वीणापाणी के समक्ष दीपप्रज्जवलन कर किया। जबकि हटा विधायक उमादेवी खटीक ,कलेक्टर स्वतंत्र कुमार सिंह,लीड बैंक अधिकारी बीएल राय ने सहभागिता की। स्थानीय मानस भवन में आयोजित उक्त कार्यक्रम के दौरान जिले भर के कुछ चुनिंदा खाताधारकों को मंच से ही उनके दस्तावेज प्रदान किये गये।
किसने क्या कहा-
कार्यक्रम के मुख्यातिथि क्षेत्रीय सांसद प्रहलाद पटैल ने कहा कि आज का दिन देश के इतिहास का एक महत्वपूर्ण दिन है। इस दिन एक महत्वपूर्ण योजना की शुरूआत संपूर्ण देश में एक साथ एक समय पर हो रही है जिसका नाम प्रधान मंत्री जन धन योजना रखा गया है इसके नाम के पीछे के उद्ेश्य पर नजर डालें तो प्रधान मंत्री का मानना है कि जन-जन को भारत सरकार के वित्तीय प्रबंधन में जोडना। इन्होने कहा कि जहां एक ओर इससे गरीबों को इसका लाभ मिलेगा तो वहीं भ्रष्ट्राचार एवं विचोलियों से भी मुक्ति मिलेगी।
कलेक्ट्रर स्वतंत्र कुमार सिंह ने कहा कि आजाद भारत में इस प्रकार का प्रथम बार प्रयास किया गया है। प्रधान मंत्री जन धन योजना के माध्यम से उसी प्रकार नेटवर्क तैयार होगा जैसा की रेल्वे का है। श्री सिंह ने योजना के प्रयोजन पर प्रकाश डालने के साथ ही कहा कि जिले में हमें जो लक्ष्य दिया गया था खाता खोलने का उससे अधिक ही अपितु दोगुने खातों को हमने खोलने में सफलता प्राप्त की है। श्री सिंह ने बतलाया कि हमें दस हजार आठ सौ दिया गया था जबकि दमोह जिले में बीस हजार सात सौ अस्सी खाते खोले गये हैं।
झलकियां-
1- हरतालिका को अक्षय तृतीया बतलाया सांसद प्रहलाद पटैल बना चर्चा में ।
2- प्रेस की जगह छपा दिखा रोग से पीडित नेताओं ने जमाया बेशर्मी से कब्जा।
3- अटल ज्योति बनी अटक ज्योति से कार्यक्रम का लाईव बीच में ही हुआ बंद ।

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