चूहों ने खोखले किए रेलवे ट्रैक, कभी भी हो सकती है बड़ी दुर्घटना

चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन पर एक बहुत बड़ा खतरा सामने आ रहा है। यहां के चूहों ने रेलवे ट्रैक के नीचे की जमीन खोद दी है। खोखली हो चुकी जमीन से पटरी धंसने का खतरा है और कभी भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है। रेलवे के इंजीनियरिंग विभाग को इसकी भनक तक नहीं है। ऐसा हाल तब है, जब रेलवे के दावों की मुताबिक वह समय-समय पर इसकी जांच करते रहते हैं।

प्लेटफार्म नंबर तीन पर चूहों का सबसे ज्यादा आतंक है। यहां पर चूहों की वजह से पटरियों के नीचे से मिट्टी और गिट्टी (पत्थर) खिसक गई है। महज दो मीटर के दायरे में चूहों ने आधा दर्जन से ज्यादा जगहों पर ट्रैक के आर-पार का रास्ता बना लिया है। ट्रैक के नीचे की मिट्टी पूरी तरह से गायब हो गई है।

प्लेटफार्म नंबर चार और पांच पर भी चूहों के गदर से पटरी के नीचे का सपोर्ट गायब है। खोखली पटरियों वाले इन प्लेटफार्म से रोजाना दर्जनों गाड़ियां गुजरती हैं। रेलवे विशेषज्ञों का कहना है कि पत्थरों और मिट्टी से रेल की पटरियों के ग्रिप को मजबूत बनाया जाता है। अगर ये ग्रिप ही कमजोर हो जाएंगी तो इन पटरियों से गुजरने वाली किसी भी ट्रेन के साथ दुर्घटना हो सकती है।

चूहों को पकड़ने का इंतजाम नहीं
अमूमन सभी बड़े स्टेशनों पर चूहों को पकड़ने के लिए कांट्रेक्ट दिया जाता है, लेकिन चंडीगढ़ स्टेशन पर चूहों को पकड़ने के लिए कांट्रेक्ट सिस्टम लागू नहीं हुआ है। हालात ये हैं कि स्टेशन पर चूहों ने जमकर उत्पात मचा रखा है। स्टेशन से मिली जानकारी के मुताबिक रेलवे के स्वास्थ्य विभाग के पास चूहों से निपटने के बंदोबस्त हैं, लेकिन चंडीगढ़ के स्टेशन पर इससे निपटने की कोई व्यवस्था नहीं हैं।

समय-समय पर होती है जांच: डीआरएम
‘रेलवे ट्रैक की जांच गैंगमेन समय-समय पर करते रहते हैं। जो भी कमियां होती हैं, उनको तत्काल ही दूर कराया जाता है। फिर भी अगर रेलवे स्टेशन पर चूहों ने ट्रैक को नीचे से खोद डाला है तो इसे चेक करवाया जाएगा।’

error: Content is protected !!