संपर्क, सहयोग, संस्कार, सेवा एवं समर्पण के साथ जीवन जीना कला

भारत विकास परिषद का प्रतिभा सम्मान समारोह सम्पन्न
वक्ताओं ने रखे विचार प्रतिभाओं का हुआ सम्मान
DSC_0298DSC_0287DSC_0304DSC_0341दमोह / संपर्क, सहयोग, संस्कार, सेवा एवं समर्पण के साथ जीवन जीना और उसके साथ ही संगठन में कार्य करना निश्चित रूप से प्रेरणा दायक कहा जा सकता है यह बात डा.छबिनाथ तिवारी ने कही। वह स्थानीय शासकीय कमला नेहरू महिला महाविद्यालय के सभाकक्ष में आयोजित भारत विकास परिषद द्वारा प्रतिभा सम्मान के कार्यक्रम में उपस्थित गणमान्य नागरिकों एवं छात्राओं को सम्बोधित कर रहे थे। इन्होने कहा कि मनुष्य का जागरण जब होता है तो उस समय से ही उक्त पांचों का कार्य प्रारंभ होता है। जिसका जीवन में विशेष महत्व होता है जिसके परिणाम एवं उदाहरण आपको मिलते रहते हैं। डा.तिवारी ने जहां धार्मिक मान्यताओं को समझाया तो वहीं वैज्ञानिक रहस्योंं को प्रमाणित तरीके से रखा। अपने उद्बोधन के दौरान अनेक बार चिंतन करने पर मजबूर कर देने वाले वाक्यों के प्रयोग से इन्होने उपस्थितों को विवश कर दिया। भारत विकास परिषद के कार्यों एवं उद्ेश्यों की सराहना की तो जिन प्रतिभाओं को सम्मानित किया गया उनको भी साधुवाद दिया।
कार्यक्रम का शुभारंभ समारोह के मुख्यातिथि डा.तिवारी,भारत विकास परिषद महाकौशल प्रांत के संगठन मंत्री राजेश जी जैन,राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला संघ चालक किशन जी साहु ने मां वीणा पाणी ,भारत माता एवं स्वामी विवेकानंद जी के चित्र पर माल्यापर्ण एवं दीपप्रज्जवलन किया एवं सहभागिता जिला शाखा अध्यक्ष हरिशंकर ठाकुर,जिला सचिव किशोर अग्रवाल ने की। मां वीणा पाणी की आराधना एवं स्वागत गीत संस्कार भारती महाकौशल प्रंात के संगठन मंत्री नवोदित निगम एवं उनकी शिष्याओं ने प्रस्तुत किया। वहीं वंदे मातरम के द्वारा कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। अतिथियों की मान वंदना पुष्पहारों से की गयी तो वहीं सम्मान शाल श्रीफल एवं स्मृति चिंह प्रदान करके के किया गया।
मंच का संचालन कर रहे पत्रकार डा.एल.एन.वैष्णव ने कहा कि भारत विकास परिषद का गठन एैसे ही नहीं हो गया। देश पर जब चीन ने आक्रमण किया तो उस समय देश का अधिकांश अमीर वर्ग अपने आप में मस्त था। इनको सहयोग के लिये प्रेरित करने के लिये एवं जनता को सहयोग के लिये आगे आने के लिये डा. सूरज प्रकाश ने सिटीजन फोरम अर्थात जनमंच की स्थापना की जो कि 1963 में भारत विकास परिषद के रूप में जनता के सामने आया। प्रथम बैठक दिल्ली के कनाट प्लेश के मरीना होटल में हुई जिसमें मात्र 20 सदस्य थे। प्रथम राष्ट्रीय अध्यक्ष उच्च न्यायालय के सेवा निवृत न्यायाधीश जस्टिस वीपी सिंहा एवं महामंत्री डा.सूरज प्रकाश जी निर्वाचित हुये थे। प्रांतीय संगठन मंत्री राजेश जी जैन ने अपने उद्बोधन में भारत विकास परिषद के कार्यों को विस्तार से बतलाते हुये कहा कि एैसा कोई क्षेत्र नहीं है जहां परिषद कार्य न कर रहा हो। देश के अंदर अनेक नि:शुल्क चिकित्सालय,सेवा केन्द्र एवं अन्य कार्य चल रहे हैं।
इनका हुआ सम्मान-
शिक्षा के क्षेत्र में शासकीय कमला नेहरू महिला महाविद्यालय की कु.सृष्ट्रि तिवारी,कु.शबाना अंजुम,कु.सोनाली अग्रवाल,कु.अनुजा जैन,कु.रंजीता चौबे एवं कु.चांदनी परोहा को सर्वोच्च अंक प्राप्त करने पर। वहीं पत्रकारिता के क्षेत्र मेंं नीरज सोनी,केएल ताम्रकार,जिले की प्रथम एवं एक मात्र अधिमान्य महिला पत्रकार डा.हंसा वैष्णव,आजम खान एवं संजय सरवरिया को शाल श्रीफल एवं मानपत्र प्रदान किया गया। वहीं चिकित्सा के क्षेत्र में डा.केदारनाथ शर्मा,डा.प्रदीप शेण्डेय,शिक्षा के क्षेत्र में प्राचार्य डा.केपी अहिरवार,क्रीडा के क्षेत्र में श्याम बिहारी पटेरिया,धार्मिक क्षेत्र में पं.विद्यासागर पांडे एवं कविता के क्षेत्र मेंं काव्या मिश्रा,विधि के क्षेत्र में कमलेश भारद्वाज,विनोद श्रीवास्तव को सम्मानित किया गया। मंच का सफल संचालन पत्रकार डा.वैष्णव एवं अधिवक्ता अनुनय श्रीवास्तव ने किया।
यह रहे उपस्थित-
प्रार्चाय एसपी बेग,हेमंत छाबडा,संजय राय,राजेश शुक्ला,विनोद शांडिल्य,दयाल नवानी,एच.एन.श्रीवास्तव,प्रेमनारायण पटैल,कैलाश चौरसिया,अजीत जैन,राकेश अग्रवाल अभिनय श्रीवास्तव,सौरभ अग्रवाल,विनोद श्रीवास्तव,राजकुमार दुबे सहित बडी संख्या में नगर के प्रबुद्धजनों की उपस्थिति रही।

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