“राहुल गांधी” की फ़जीहत नहीं हुई थी बेंगलुरु में

rahulबेंगलुरु के माउंट कार्मेल में राहुल गांधी की फ़जीहत को लेकर जिस तरीके से मीडिया ने रिर्पोटिग की उससे आहत कॉलेज की एक लड़की ने फेसबुक पर चिट्ठी लिखी है. उस पूरे माहौल की जानकारी देते हुऐ जिक्र किया है कि इस पूरे मामले को मीडिया ने कितने गलत ढंग से पेश किया है. यह एक लड़की की चिट्ठी है, बताती है कि एक स्वस्थ लोकतांत्रिक प्रक्रिया को मीडिया की खबर ने क्या बना दिया.

माउंट कार्मेल की लड़कियों के साथ एक मसले पर अलग-अलग राय पेश करने वाले दो मिनट के इस टुकड़े ने दो घंटे चले कार्यक्रम की असली खबर गायब कर दी. यह शिकायत एलिक्सिर नाहर नाम की एक लड़की ने अपने लंबे ब्लॉग में की है, जिसके लिए वो एक यादगार शाम रही. वो आगे लिखती है

राहुल ने लड़कियों को लेकर सामाजिक चलन की बात की. उन्होंने बताया कि कैसे सुंदर या दुबले जैसे शब्द अहमियत नहीं रखते, कैसे महिलाएं मां, बहन और दादी के तौर पर उसके जीवन में अहमियत रखती रही हैं. ये लड़की उस शाम को याद करते हुए लिखती है कि बातचीत शुरू करने पर राहुल ने जो जोर दिया, वो छू लेने वाला था. उन्होंने युवा कांग्रेस में भ्रष्टाचार की बात मानी, सदन में संवाद घटते जाने का दुख जताया.

एलिक्सिर नागर के मुताबिक

राहुल गांधी करीब 2500 लड़कियों के साथ बहुत आत्मीय संवाद बनाने में कामयाब रहे थे.
हम छोटी-छोटी लडकियां जब अपनी चमकती आंखों के साथ बाहर निकलीं तो हमें कतई अंदाजा नहीं था कि इसके बाद क्या कुछ घट चुका है. हैरान करने वाली बात ये थी कि पूरा मीडिया का एक राय था जोर देता हुआ कि उसने गलत किया. ये बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि वो कुछ करने की कोशिश करता है, उसके पहले ही बाज चक्कर काट रहे होते हैं किसी भी संभावित चूक पर झपट पड़ने को बेताब रहते है. मैं सोचने पर मजबूर हूं कि हम सब क्या अच्छे और बुरे PR के शिकार भर हैं?

ये एक संवाद था…

एलिक्सिर नाहर के मुताबिक ये एक संवाद था, जिसमें कुछ लड़कियां राहुल से सहमत दिखीं कुछ असहमत. आखिर सबकी अपनी राय है, जो उनका चरित्र भी बनाती है. इस राय का सम्मान करने की जगह मीडिया ने इसे बुरे ढंग से पेश किया फीड की गई कुछ क्लिप्स और राहुल स्टंप्ड जैसी खबर के सहारे जिस तरह टूट पड़ा, वह हैरान करने वाला था.

बेंगलुरु में हुई थी फ़जीहत

गौरतलब है कांग्रेस वाइस प्रेसिडेंट राहुल गांधी बुधवार को बेंगलुरु के माउंट कार्मल कॉलेज में स्टूडेंट्स के साथ मुलाकात की. इस दौरान राहुल की तब किरकिरी होती दिखी जब उनके सामने बैठे स्टूडेंट्स ने उनके सवालों के जवाब में कहा- हां, मोदी सरकार की पॉलिसी काम कर रही है.

राहुल ने पूछा क्या स्वच्छ भारत पर काम हो रहा है? क्या मेक इन इंडिया से फायदा हुआ? क्या आपको जॉब मिल रही है? इन तीनों सवालों के जवाब में वहां मौजूद स्टूडेंट्स ने जोर से हां कह दिया. राहुल ने दोबारा पूछा क्या आपको वाकई ऐसा लगता है? इस पर भी स्टूडेंट्स ने कहा यस सर.

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