अखिलेश व रामगोपाल यादव की सपा में वापसी

akhileshयूपी के सत्ताधारी दल समाजवादी पार्टी से निकाले गए अखिलेश यादव 19 घंटे में ही सुल्तान बनकर उभरे। इन 19 घंटों में बहुत कुछ उतार चढ़ाव हुआ। इस दौरान ही उनकी और रामगोपाल की न सिर्फ सपा में बाइज्जत वापसी हुई, बल्‍कि शिवपाल यादव ने खुद उनका निष्कासन रद्द होने की जानकारी मीडिया को दी। ‘दंगल’ की शुरुआत हुई शुक्रवार देर शाम करीब 7 बजे मुलायम स‌िंह यादव की प्रेस कांफ्रेंस से। जब उन्होंने अखिलेश यादव और रामगोपाल यादव को सपा से 6 साल के लिए बाहर का रास्ता दिखा दिया। मुलायम बोले-रामगोपाल और अखिलेश पार्टी को बर्बाद कर रहे हैं। समाजवादी पार्टी को किसी भी कीमत में टूटने नहीं देंगे। पार्टी पहले है, परिवार बाद में। आनन फानन में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शनिवार सुबह 9 बजे अपने आवास पर विधायकों की बैठक बुला ली तो सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ने 10.30 बजे सपा के प्रदेश कार्यालय में प्रत्याशियों की बैठक बुला ली। सीएम खेमे के नेता देर रात तक विधायकों से संपर्क करके उनकी उपस्थिति सुनिश्चित करने में लगे हुए थे।

सपा के लगभग 300 प्रत्याशी मुलायम-शिवपाल की सूची में भी हैं और सीएम अखिलेश की भी। ऐसे में उन्हें तय करना मुश्किल था कि वे किसके साथ रहें। उनके सामने धर्म संकट की स्थिति थी। शुक्रवार को कई विधायक कहते सुने गए कि अखिलेश या मुलायम में से किसी एक को छोड़ना उनके लिए काफी तकलीफदेह होगा।

error: Content is protected !!