नई दिल्ली।अरविंद केजरीवाल की ओर से लगाए आरोपों पर अध्यक्ष नितिन गडकरी ने कहा है कि उन्होंने जमीन हड़पी नहीं है बल्कि जमीन उन्हें लीज पर मिली है। स्वयं पर लगे सभी आरोपों को बेबुनियाद करार देते हुए नितिन गडकरी ने कहा, ‘मैंने कोई भी गैर कानूनी काम नहीं किया है। हम पर लगाए गए आरोप भाजपा को बदनाम करने की साजिश है। मैं लगातार महाराष्ट्र के किसानों के हितों के लिए काम करता रहा हूं। हमारे समूह का उद्देश्य किसानों की उपज को बढ़ाना है। जिस सिंचाई घोटाले की बात यह लोग कर रहे हैं उसका पर्दाफाश भाजपा ने ही किया है। अरविंद केजरीवाल ने अपनी पार्टी को चमकाने के लिएयह घटिया आरोप लगाए हैं। मैंने कम से कम दस हजार ग्रामीण युवाओं को सीधे फायदा पहुंचाया है। मैं जो कर रहा हूं वो मेरा व्यवसाय नहीं है बल्कि यह मेरे जीवन का मिशन है।’ ”किसान कर्ज मुक्त हों और उनका जीवन बेहतर बने इसके लिए हम को-आपरेटिव काम करते हैं। लेकिन को-आपरेटिव सेक्टर में राजनीतिक हस्तक्षेप होता है इसलिए हमने प्राइवेट लिमिटेड मॉडल पर यही काम किया। जमीन पूर्ति समूह की एनजीओ को मिली है। सरकार ने यह जमीन अधिग्रहित की थी। जमीन बेकार पड़ी थी। यह जमीन हमें लीज पर मिली है और हम यहां से गन्ने की दस लाख पौध तैयार करते हैं और फिर उसे किसानों को दे देते हैं। सरकार ने अनेक स्थानों पर ऐसी जमीनें चैरिटेबल संस्थाओं को दी हैं।’ गडकरी न आगे कहा, ‘मुझ पर लगे आरोप बहुत चिल्लड़ हैं। अरविंद केजरीवाल के आरोप विपक्ष का स्थान हथियाने की साजिश है। कांग्रेस के खिलाफ माहौल बना है, इसका फायदा भाजपा को न हो इसलिए कांग्रेस ने अरविंद केजरीवाल के साथ मिलकर यह षडयंत्र रचा है। मैं किसी भी प्रकार की जांच के लिए हमेशा तैयार हूं।’
सुषमा स्वराज ने कहा, ‘पिछले कई दिनों से मीडिया में यह माहौल बनाया जा रहा था कि भाजपा के खिलाफ बहुत जल्द ही भ्रष्टाचार का बड़ा खुलासा किया जाएगा। पहले यह खुलासा 10 तारीख को होने था। और अंततः आज यह खुलासा हो ही गया। मीडिया ने कहा- किस पर पड़ेगा ‘केजरीबम’। मीडिया ने माहौल को सनसनीखेज बनाया लेकिन प्रेस कांफ्रेंस के बाद मीडिया को निराशा ही हाथ लगी। हम बहुत प्रसन्न है क्योंकि हमे मालूम है कि वो कितना भी कोशिश कर ले लेकिन कुछ निकाल नहीं पाएंगे। लेकिन बहुत ज्यादा प्रयत्न करने के बाद भी वो भाजपा अध्यक्ष पर एक भी आरोप नहीं लगा सके। अपनी प्रेस कांफ्रेंस के मंच को उन्होंने राजनीतिक मंच में बदल दिया। देश की हर पार्टी पर उन्होंने भ्रष्टाचार के आरोप लगा दिए। सिर्फ उन्होंने अपने लिए वोट नहीं माना वर्ना यह प्रेस कांफ्रेंस एक चुनावी रैली होती।’