लाल कृष्ण अडवाणी ने किया नितिन गडकरी का बचाव

नई दिल्ली। बीजेपी अध्यक्ष नितिन गडकरी का लालकृष्ण अडवाणी ने बचाव किया है। अडवाणी का कहना है कि नितिन गडकरी खुद ही जांच की मांग कर रहे हैं। इससे पहले आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा है कि भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी और उनसे जुड़े विवाद उनकी पार्टी के मुद्दे हैं और इस मामले में उन लोगों को ही निर्णय लेना होगा। वहीं, अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली संस्था इंडिया अगेंस्ट करप्शन ने यूपीए सरकार से मांग की है कि नितिन गडकरी के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक कानून के तहत मामला दर्ज किया जाए।

मोहन भागवत ने कहा कि इस पूरे मामले से आरएसएस का कोई वास्ता नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि आरोपों के बाद नितिन गडकरी अध्यक्ष पद पर रहेंगे या नहीं ये भी बीजेपी का अंदरूनी मामला है। ऐसे में बड़ी बात ये है कि क्या बीजेपी नितिन गडकरी के मामले पर कड़ा फैसला लेगी। क्या नितिन गडकरी को फिर से अध्यक्ष बनाया जाएगा। क्या नितिन गडकरी की कुर्सी जाएगी? वहीं गडकरी पर लगे तमाम आरोपों के बावजूद बीजेपी के वरिष्ठ नेता उनका बचाव कर रहे हैं।

गौरतलब है कि इंडिया अगेंस्ट करप्शन (आइएसी) ने गडकरी पर आरोप लगाए हैं कि उन्होंने महाराष्ट्र के विदर्भ में अवैध तरीके से जमीन हथियाई है। इसके बाद मंगलवार को मीडिया में यह खुलासा हुआ कि आइआरबी नामक एक अधोसंरचना कंपनी ने गडकरी की कंपनी को 165 करोड़ रुपये का कर्ज दिया था। इसके दो वर्ष बाद आइआरबी को गडकरी की तरफ से सड़क निर्माण का ठेका दिया गया था। उस समय गडकरी महाराष्ट्र के पीडब्ल्यूडी (लोक निर्माण विभाग) मंत्री थे।

भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी के काले कारनामों की खबरें मीडिया में आने के बाद आम लोगों में भी आक्रोश दिखने लगा है। फलस्वरूप, दशहरे के शुभ अवसर पर जगह-जगह गडकरी के पुतले फूंके जाने की भी खबरें लगातार आ रही हैं।

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