हज यात्रा से रोके जाने के बाद विकलांगों का फंड हजम करने के आरोपों का सामना कर रहे कानून मंत्री सलमान खुर्शीद से अब उनका मंत्रालय भी छीना जा सकता है। केंद्रीय मंत्रिमंडल में बहुप्रतिक्षित फेरबदल रविवार को संभव है। फेरबदल के मसौदे को अंतिम रूप देने के लिए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और काग्रेस प्रमुख सोनिया गाधी की शुक्रवार को बैठक हो सकती है। लंबे समय से अटके इस फेरबदल में कई मंत्रियों का प्रमोशन होने की उम्मीद है तो कुछ की कैबिनेट से छुट्टी हो सकती है। इनमें ऐसे मंत्री शामिल हैं जिनकी हाल-फिलहाल छवि खराब हुई है। माना जा रहा है कि श्रीप्रकाश जायसवाल, सुबोधकात सहाय से मंत्री पद छिना जा सकता है और सलमान खुर्शीद को कानून मंत्री के पद से हटाकर विदेश मंत्री बनाया जा सकता है। वहीं वर्तमान विदेश मंत्री एसएम कृष्णा को कोई और जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है।
सूत्रों के मुताबिक एस एम कृष्णा की जगह सलमान खुर्शीद या आनंद शर्मा को विदेश मंत्रालय की कमान सौंपी जा सकती है। इसके अलावा कपिल सिब्बल समेत उन मंत्रियों का बोझ थोड़ा हल्का किया जा सकता है जिनके ऊपर दो-दो मंत्रालयों का भार है।
वहीं ज्योतिरादित्य सिंधिया को टेलीकॉम मंत्री बनाए जाने की संभावना जताई जा रही है। शशि थरूर और मनीष तिवारी को कैबिनेट में जगह देने की खबरें हैं। कैबिनेट में 28 अक्टूबर को फेरबदल के पीछे कई वजह गिनाई जा रही हैं। 26 अक्टूबर को स्पेन के किंग दिल्ली में होंगे। 27 तारीख को ईद है। 29 से 31 अक्टूबर तक राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी दिल्ली से बाहर रहेंगे। ऐसे में सिर्फ 28 तारीख को ही कैबिनेट फेरबदल के लिए तय माना जा रहा है।
तृणमूल की समर्थन वापसी से खाली हुई छह सीटों को भरने की भी कवायद हो रही है। 2 जी घोटाले में फंसे डीएमके पार्टी के दो मंत्रियों ए. राजा और दयानिधि मारन ने इस्तीफा दिया था। विलासराव देशमुख के निधन और वीरभद्र सिंह को हिमाचल भेजे जाने के बाद करीब 10 सीटें खाली हैं। मनमोहन सिंह की सरकार में मंत्रियों के करीब दर्जन भर पद खाली हैं।