सोनिया ने कहा, जो दूसरों के लिए गड्ढा खोदते हैं, वे खुद उसमें गिरते हैं

भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरी केंद्र की संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार की अगुवाई कर रही कांग्रेस पार्टी के वर्तमान कर्णधारों ने रविवार को रामलीला मैदान में आयोजित महारैली में देश के सामने अपनी बातें रखीं। महारैली में सोनिया गांधी ने जहां अपनी सरकार की पीठ थपथपाई, वहीं विपक्ष पर तीखे प्रहार किए। सोनिया ने कहा कि विपक्ष देश में लोकतंत्र को कमजोर कर रहा है।

सोनिया ने कहा कि कांग्रेस आम आदमी और समाज के पिछड़े लोगों की पार्टी रही है। कोई भी कांग्रेस के नेताओं जैसा नहीं बन सकता है। हम लोगों से किए गए सारे वादे पूरे करेंगे। विपक्ष सरकार को हर तरह से अस्थिर करने की कोशिश में जुटी है और वह सारे विकास कार्यों को बाधित कर रही है। क्या हम उन्हें ऐसा करने देंगे? कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि देश कई गंभीर चुनौतियों का सामना कर रहा है और जो भी फैसले लिए जा रहे हैं, वे जरूरी हैं। उन्होंने संसद बाधित करने के लिए मुख्य विपक्षी दल बीजेपी की कड़ी आलोचना की।

प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की मौजूदगी में सबसे पहले कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी ने लोगों को संबोधित किया। राहुल ने कहा हम आदमी के लिए और काम करने वाले हैं। उन्होंने कहा कि देश में राजनीतिक सिस्टम एक बड़ी समस्या है और इस वजह से हर मोर्चे पर तमाम अड़चनें आ रही हैं। उन्होंने कहा कि युवाओं के लिए राजनीति में कदम रखना आज भी आसान नहीं  है। राहुल गांधी ने कहा, आरटीआई कानून कांग्रेस की ही देन है, जो भ्रष्टाचार के खिलाफ एक कारगर माध्यम साबित हो रहा है। राहुल ने कहा, हम लोकपाल बिल लाए, राज्यसभा में इस बिल का विपक्ष ने विरोध किया, लेकिन हमने कुछ नहीं कहा…विपक्ष बिल के पास नहीं होने पर हंस रहा था, लेकिन हम इस बिल को पास करवा कर रहेंगे।

प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाईं और एफडीआई के फायदे की भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि आर्थिक हालात सुधारने के लिए कड़े फैसले जरूरी होते हैं, फिर भी उनकी सरकार आम आदमी के हितों की अनदेखी नहीं कर रही है। उन्होंने विपक्ष पर भ्रामक संदेश फैलाने का आरोप लगाया।

प्रधानमंत्री ने कहा, आर्थिक ढांचे को मजबूत बनाने के लिए कई विकास कार्यों की योजना बनाई गई है और आने वाले समय में सरकार सड़क, रेल यातायात, बंदरगाह क्षेत्र में कई अहम कार्य करने जा रही है।

उन्होंने कहा कि आर्थिक मामलों पर कई कठिन फैसले लेने पड़े हैं…पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतें बढ़ाने का फैसला हमने बहुत मुश्किल से लिया, लेकिन यह जरूरी था। अगर ऐसा नहीं होता, तो देश में आर्थिक पिछड़ापन बढ़ जाता और जनता बेरोजगार होने लगती। देश में गरीबी बढ़ने लगती। एफडीआई के मसले पर प्रधानमंत्री ने कहा कि एफडीआई के मसले पर काफी बहस हुई है और कांग्रेस मानती है कि इससे देश के लाखों किसानों और आम लोगों को फायदा पहुंचेगा।

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