“आँख ये धन्य है” और ” माँ कहिंजो बि नाहयां” का विमोचन

दिनांक १ दिसम्बर २०१८, पुणे में कवियित्री विजया टेकसिंघानी जी के निवास स्थान पर साहित्यकारा देवी नागरानी जी के दो सिंधी जुड़ाव संग्रहों का विमोचन श्री गोवेर्धन शर्मा घायल, नन्द छुगानी व् डॉ. माया मीरपुरी के हाथों सिंधी अदबी सभा-पुणे संस्था के तहत सम्पन्न हुआ.
“श्री नरेंद्र मोदी जी की गुजराती कविताओं का सिंधी अनुवाद “आँख ये धन्य है” और दूसरा सिंधी कहानी संग्रह” माँ कहिंजो बि नाहयां” दूसरे संग्रह का विमोचन पुणे के दस्तावेज़ी साहित्यकार इंदिरा शबनम, देवी नागरानी व् उसकी दो बहनें ईश्वरी आत्मा व् मीरा बलानी , विजया गोविन्द, व् श्री गोवेर्धन घायल के हाथों हुआ. सिंधी अदबी सभा के खास सदस्य वहां मौजूद रहे- मीरा गिदवानी, रेखा पोहानी, नीलम छाबरिआ, दिनेश लोहानी, सभी ने अपनी अपनी रचनाओं का पाठ किया और शाम को बाग़ बहार किया. अंत में विजया जी ने धन्यवाद अता करते हुए मेहमान निवाज़ी का फ़र्ज़ नाश्ते व् चाय के साथ निभाया.

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