संस्कृति और शिक्षा दोनों का विद्यार्थी जीवन में अति महत्व है

नौगांव छतरपुर 12 सितंबर 2019 शासकीय अंग्रेजी उत्कृष्ट माध्यमिक विद्यालय मनसा देवी मंदिर नौगांव में संस्कृति और शिक्षा विषय को लेकर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया l गोष्ठी का शुभारंभ सर्वप्रथम बेटी प्रार्थना चतुर्वेदी के पद पूजन से शुरू हुआ l शिक्षक दिवस पखवाड़ा के तहत विद्यालय की प्रधानाचार्य श्रीमती प्रतिभा सिंह शिक्षक श्री महेश प्रसाद त्रिपाठी शिक्षक श्री दिवाकर जसवीर सिंह श्रीमती संध्या त्रिपाठी श्रीमती दिव्या सक्सेना सभी शिक्षकों का गुलाब पुष्प और शायद सामग्री देख कर के समाजसेवी संतोष गंगेले द्वारा सम्मानित किया गया
I विद्यालय के पिता बांध विद्यार्थी अंश गुप्ता मोहम्मद शादाब निकेतन अनुरागी सूरत तिवारी विद्यार्थियों ने शिक्षा और संस्कृति के बारे में अपने विचार रखते हुए गोष्ठी को संबोधित किया l
गोष्ठी के मुख्य वक्ता संतोष गंगेले कर्म योगी ने कहा कि विद्यालय परिवारों में शिक्षा के साथ-साथ संस्कृति और नैतिक शिक्षा की अति आवश्यकता है नैतिक शिक्षा के माध्यम से ही शिक्षा को मजबूत किया जा सकता है l नैतिक शिक्षा की परिभाषा व्यक्ति और व्यक्तियों के चित्र माणसे होता है संस्कृति से समाज में परस्पर व्यवहार को बढ़ावा मिलता है, विद्यार्थी के संस्कार सभ्यता उसका आचरण मां की गोदी से विद्यालय महाविद्यालय तक सीखने को मिलता है तभी विद्यार्थी परिपक्व होकर परिवार समाज और राष्ट्र की सेवा करने के लिए तैयार होते हैं l वर्तमान समय में परिवारों में संयुक्त प्रथा समाप्त होने पर नैतिक संस्कार नैतिक शिक्षा भारतीय संस्कृति सभ्यता का विनाश हो रहा है इसी कारण से बच्चे रास्ता भटक कर शिक्षित होने के बाद भी कभी-कभी गलत रास्ता देख कर लेते हैं जिससे कि हमारी संस्कृति संस्कार परिवार नष्ट हो रहे हैं l उन्हें संभालने के लिए हम सभी की जिम्मेदारियां बनती हैं समाज में नैतिक शिक्षा के उत्थान के लिए सामाजिक संस्थाओं और मध्य प्रदेश सरकार प्रदेश सरकारों भारत सरकार को विशेष अभियान चलाने की आवश्यकता है l विद्यालय परिवार की ओर से प्रधानाचार्य द्वारा अतिथि आभार व्यक्त किया गया l

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