कारदेखो को मिली 70 मिलियन डॉलर की फंडिंग, चीन और यूरोप के निवेशकों ने किया कंपनी में निवेश

• कंपनी को सीरीज डी राउंड में चीन की दिग्गज फाइनेंशियल सर्विसेज़ पिंग एन की एक इवेंस्टर ब्रांच पिंग एन ग्लोबल वॉयज़र फंड और एडवेंट इंटरनेशनल की सहायक कंपनी सनले हाउस की ओर से फंडिंग मिली है। कंपनी के मौजूदा निवेशक सिकोइया इंडिया और हिलहाउस कैपिटल ने दोबारा से विश्वास जताते हुए निवेश को आगे बढ़ाया है।
• पिंग एन ने कारदेखो के जरिये भारत में अपना पहला इंवेस्टमेंट किया है।

नई दिल्ली, दिसंबर 2019: देश की अग्रणी ऑटो टेक कंपनी कारदेखो को सीरीज डी राउंड में 70 मिलियन डॉलर की फंडिंग मिली है। कंपनी ने यह फंडिंग पिंग एन ग्लोबल वॉयज़र फंड, सनले हाउस कैपिटल मैनेजमेंट, सिकोइया इंडिया और हिलहाउस से प्राप्त की है। इनमें पिंग एन ग्लोबल वॉयज़र फंड और सनले हाउस कैपिटल मैनेजमेंट कंपनी के नए इंवेस्टर हैं, जबकि सिकोइया इंडिया और हिलहाउस पहले भी कारदेखो में निवेश कर चुके हैं। पिंग एन ने कारदेखो के जरिये भारत में अपना पहला इंवेस्टमेंट किया है। यह चीन की फर्म है, जो दुनिया की दिग्गज फाइनेंशियल सर्विसेज़ कंपनियों में से एक है। इसके पास चीन के सबसे बड़े ऑटो पोर्टल ऑटोहोम के अधिकांश शेयर हैं। सनले हाउस कैपिटल मैनेजमेंट, ग्लोबल प्राइवेट इक्विटी फर्म एडवेंट इंटरनेशनल की सहायक कंपनी है। सिकोइया इंडिया और हिलहाउस का कंपनी में पहले से निवेश जारी है, कंपनी की अच्छी परफॉर्मेंस को देखते हुए इन्होंने फिर से कारदेखो में निवेश किया है। 2013 में सीरीज ए राउंड में सिकोइया इंडिया ने लीड किया था। कारदेखो को अब तक 250 मिलियन डॉलर से ज्यादा की फंडिंग मिल चुकी है।

इस फंड का इस्तेमाल कारदेखो के ट्रांजेक्शन बिजनेस और इंटरनेशनल मार्केट में कंपनी की पहुंच बढ़ाने के लिए किया जाएगा। कंपनी ने हाल ही में दक्षिण-पूर्वी एशिया के दूसरे देश फिलिपिंस में अपना ऑपरेशन शुरू किया है। फिलिपिंस में कंपनी ने वहां के नए अग्रणी ऑटो पोर्टल कारमुडी का अधिग्रहण किया है। इससे पहले कारदेखो ने 2016 में ओटो नाम का ब्रांड शुरू करते हुए इंडोनेशिया के बाजार में कदम रखा था, जो आज इंडोनेशिया का नंबर-1 ऑटो पोर्टल बन गया है।

कारदेखो ने भारत के ऑटो ईकोसिस्टम को सफलतापूर्वक डिजिटल कर दिया है और ग्राहकों को कार खरीदने व बेचने की हर प्रक्रिया में मदद करने वाले अपने उद्देश्य पर लगातार काम कर रही है। देश के सभी कार और मोटरसाइकिल मैन्यूफैक्चर कारदेखो से जुड़े हुए हैं और कुछ कंपनियों की 15 से 30 फीसदी वार्षिक बिक्री कारदेखो के जरिये होती है। कारदेखो देश के 4,000 से ज्यादा न्यू ऑटो डीलरशिप और 3,000 से ज्यादा यूज्ड कार डीलरशिप के साथ मिलकर काम कर रही है और कंपनी की रिटेल काउंटर सेल 42 फीसदी से ज्यादा है। इसके अलावा कंपनी पुरानी कार खरीदने और बेचने वाले लोगों को फाइनेंस और इंश्योरेंस की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए 10 फाइनेंशियल इंस्टिट्यूशन और 18 इंश्योरेंस कंपनी के साथ मिलकर भी काम कर रही है। कंपनी ने हाल ही में वित्तीय वर्ष 2019-20 की पहली छमाही के परिणाम जारी किए हैं। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू 92 प्रतिशत की सालाना ग्रोथ से बढ़ा है। ऐसे में इस वित्तीय वर्ष की पहली छमाही में कंपनी का रेवेन्यू 28 मिलियन डॉलर हो गया है। भारत के कार बाजार में छाई मंदी के बावजूद कंपनी ने न्यू ऑटो बिजनेस सेगमेंट में 30 प्रतिशत की ग्रोथ दर्ज की है। कंपनी का इंश्योरेंस और वारंटी बिजनेस 525%, यूज्ड कार बिजनेस 120% और फाइनेंशियल सर्विस बिजनेस 135% तक बढ़ा है।

कारदेखो के सीईओ और को-फाउंडर अमित जैन ने कहा कि “हम देश की अग्रणी फुल स्टैक ऑटोटेक कंपनी होने के नाते ग्राहकों को कार खरीदने और बेचने की पूरी प्रक्रिया में मदद करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमारा अनूठा ऑटोमोबाइल ईकोसिस्टम हमें ग्राहकों को अच्छी वैल्यू उपलब्ध कराने साथ उन्हें एक ही प्लेटफॉर्म पर विभिन्न ट्रांजेक्शनल मॉडल से जोड़े रखता है। हम इस फंड से अपने घरेलू और अंतरराष्ट्रीय व्यवसायों को मजबूत करना जारी रखेंगे और आक्रामक तरीके से देश में सबसे बड़ी पर्सनल मोबिलिटी ईकोसिस्टम बनने की दिशा में काम करेंगे।”

पिंग एन ग्लोबल वॉयज़र फंड के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीओओ डोनाल्ड लेसी ने कहा कि “पिंग एन ग्रुप का ऑटो सर्विस बिज़नेस हमारी फाइनेंशियल के साथ-साथ ईकोसिस्टम की रणनीति का एक अहम हिस्सा है, जो चीन के प्रमुख ऑटोमोटिव पोर्टल ऑटोहोम में हमारे अधिकांश शेयरधारिता को दर्शाता है। कारदेखो ने भारत में विशेष रूप से कार खरीदारों की जरूरतों को पूरा करने के लिए विभिन्न प्रकार की फाइनेंशियल सर्विसेज़ की पेशकशों को विकसित करने में जो सफलता हासिल की है, उससे हम बेहद प्रभावित हुए हैं।” उन्होंने आगे कहा कि “कारदेखो में ग्लोबल वॉयजर फंड का निवेश भारत में पिंग एन का पहला वेंचर इंवेस्टमेंट है और हम कारदेखो जैसे ग्रुप के साथ साझेदारी करके खुश हैं।”

सनले हाउस कैपिटल मैनेजमेंट के मैनेजिंग डायरेक्टर मोहम्मद अंजारवाला ने कहा कि “कारदेखो भारत में कार खरीदने के ईकोसिस्टम का एक प्रमुख केंद्र है, जो देशभर में ऑटो ब्रांड, डीलर्स और कंज्यूमर्स को अपने विभिन्न पोर्टलों से जोड़ती है।” उन्होंने आगे कहा कि “भारत में डिजिटल प्लेटफॉर्म पर एडवरटाइजिंग तेजी से बढ़ रही है, ऐसे में हमारा मानना है कि ऑटो इंडस्ट्री के डिजिटल विज्ञापन के जरिये कंपनी मजबूत ग्रोथ के लिए तैयार है। हम कारदेखो को अच्छी ग्रोथ हासिल करने में मदद करने के लिए तत्पर हैं। हम कारदेखो को हमारे ग्लोबल नेटवर्क तक पहुंच बढ़ाने में मदद करने के साथ अपने अनुभव भी बांटेंगे।”

सिकोइया कैपिटल इंडिया एडवाइज़र्स के मैनेजिंग डायरेक्टर शैलेश लखानी ने कहा कि “कारदेखो, यूज़्ड और न्यू ऑटो सेगमेंट के लिए बनाए गए अपने ईकोसिस्टम में एक बेहतर तरीके से सोची समझी रणनीति के तहत काम करती है। सिकोइया इंडिया इस साझेदारी के लिए पिंग एन और सनले हाउस का स्वागत करती है और हम भारतीय ग्राहकों को कार खरीदने और बेचने की पूरी प्रक्रिया में मदद करने के लिए कारदेखो टीम के प्रति अपने समर्थन और प्रतिबद्धता के लिए उत्साहित हैं।

रेनमेकर ग्रुप ने कंपनी के एकमात्र वित्तीय सलाहकार के रूप में काम किया है।

कारदेखो ग्रुप के बारे में:
कारदेखो ग्रुप की शुरुआत 2008 में हुई थी। यह भारत की अग्रणी उपभोक्ता इंटरनेट कंपनियों में से एक है। इसका मुख्यालय जयपुर में है। कारदेखो ग्रुप अन्य प्रमुख ऑटो वेबसाइट जैसे गाड़ी.कॉम, ज़िगव्हील्स.कॉम, बाइकदेखो.कॉम, पावरड्रिफ्ट.कॉम, इंश्योरेंस देखो.कॉम का संचालन भी करता है। कंपनी ने हाल ही में ऑनलाइन इंश्योरेंस पोर्टल इंश्योरेंसदेखो.कॉम लॉन्च किया है जो मोटर और स्वास्थ्य बीमा क्षेत्र में अपनी सेवाएं प्रदान करता है। वहीं ग्रुप ने गाड़ी स्टोर्स की भी शुरूआत की है जो यूज़्ड कार बेचने के लिए वन स्टॉप डेस्टिनेशन बन गया है। इन सबके साथ ही ग्रुप ने टायरदेखो.कॉम और ट्रक्सदेखो.कॉम जैसे कुछ विशेष पोर्टल भी शुरू किए हैं। पिछले 11 सालों की अवधि में कंपनी 2 मिलियन से अधिक यू-ट्यूब सब्सक्राइबर्स के साथ ऑटोमोटिव वीडियो कंटेंट और 41 मिलियन मासिक विज़िटर के साथ ऑटो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सबसे आगे है। 2016 में कंपनी ने ‘ओटो’ ब्रांड नाम से अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में भी कदम रखा। ‘ओटो’ इंडोनेशिया के बाज़ार को कवर करती है। यह लॉन्च के 2 साल से भी कम समय में नंबर 1 ऑटो वेबसाइट बन गई। कंपनी ने हाल ही में कारमुडी के फिलीपींस ऑपरेशंस का अधिग्रहण करने के साथ दो दक्षिण पूर्व एशियाई देशों में अपने काम का विस्तार किया है। कारदेखो ने मार्की निवेशकों से फंड जुटाया है, जिनमें सिकोइया इंडिया, हिलहाउस कैपिटल, कैपिटल जी (पहले गूगल कैपिटल के रूप में जाना जाता था), टायबोर्न कैपिटल, एचडीएफसी बैंक, एक्सिस बैंक, टाइम्स इंटरनेट, रतन टाटा और ट्राइफेक्टा शामिल हैं।

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