सच्चे जन सेवक के रूप में उभरे हरिवल्ल्भ कल्ला संकट की घडी में

*प्रतिदिन आठ हजार लोगों को कराते है भोजन,जन रसोई के माध्यम से*
*डेढ़ लाख लोगो के लिए भोजन की व्यवस्था कर चुके ,कोई भूखा नहीं जाता*

जैसलमेर पश्चिमी सरहदी जैसलमेर में कोरोना संक्रमण को लेकर चल रहे लॉक
डाउन में निस्वार्थ भाव से लोगो की सेवा कर एक सच्चे सेवक के रूप में
युवा सभापति हरिवल्ल्भ कल्ला वास्तविक नायक के रूप में उभरे। जैसलमेर की
जनता संकटकाल में जरूरतमंद परिवारों की देखभाल करने पर आभार जताया
,कोरोना संकट की आहात को भांप कर नगर परिषद् जैसलमेर के युवा सभापति
हरिवल्ल्भ कल्ला ने जरूरतमंद परिवारों को भोजन उपलब्ध कराने की
जिम्मेदारी खुद ने ली ,तुरंत प्रभाव से मुख्यमंत्री जन रसोई का शुभारम्भ
कर प्रति दिन लगभा आठ हजार लोगो को भोजन उपलब्ध कराने की व्यवस्था करवा
दी ,खुद की देखरेख में तीन स्थानों पर जन रसोइयां शुरू करवाकर भोजन तैयार
करवाने में जुटे ,भामाशाहो को सहयोग के लिए मोटिवेट करने से शहर के कई
भामाशाह जिनमे युवा ,बुजुर्ग ,महिलाऐं,और यहाँ तक की छोटे छोटे बच्चे भी
अपनी गुलकेँ लेकर जन रसोई में सहयोग करने पहुँच रहे हैं ,हरिवल्ल्भ कल्ला
एक सच्चे सेवा भावी नायक के रूप में लोगो के दिलो दिमाग पर छाये हुए हैः
,कला खुद सुबह सात बजे जन रसोई में पहुँच जाते हैं तथा खुद की देख रेख
में करीब तीन हज्जार परिवार के लिए भोजन तैयार करवाते हैं ,और आठ हजार
लोग भोजन करते है दोनो समय।।तथा तैयार भोजन
वाहनों में डाल कर जरूरतमंद परिवारों के घर घर पहुंचते ये ,ये दोनों समय
का भोजन उपलब्ध करवाते हैं , हरिवल्ल्भ कल्ला ने बताया की लॉक डाउन के
दौरान जन रसोई केन्द्रो का संचालन चुनौतीपूर्ण था ,इतने बड़े खाने की
व्यवस्था बिना आर्थिक सहयोग के सम्भव नहीं थी बावजूद इसके हमारी टीम के
साथ जैसलमेर के भामाशाहों ने दिल खोलकर आर्थिक किया जिसमे व्यापारी
,महिलाऐं और खासकर बच्चों ने अपनी जेबखर्च बचत की गुल्लकें लाकर सौंप दी
, जब इतने लोग सहयोग की भावना के साथ आपके साथ खड़े हो तो कोई कार्य
असम्भव नहीं होता ,प्रतिदिन इन जन रसोइयों के माध्यम से लगभग लगभग आठ हजार
लोगो के भोजन की व्यवस्था दोनों समय कर अपना मानव धर्म निभा रहे
हैं,कल्ला के साथी पूर्व सभापति अशोक तंवर उनके साथ कंधे से कंधा मिलकर
खड़े हैं,तो उप सभापति खीम सिंह राठोड ,मेघराज सिंह भाटी ,ने कमान संभल
रखी हैं , कल्ला ने अपने कार्यालय को ही स्थाई निवास बना रखा हैं जहाँ से
जन रसोई की गतिविधयां संचालित हो रही हैं ,एक सभापति के साथ साथ अपने
मानव होने का धर्म कल्ला बखूबी निभा रहे हैं ,जैसलमेर वासी कल्ला के
प्रयासों को दिल से स्वीकार कर आभार जता रहे हैं ,

*तैयार भोजन के आलावा फ़ूड कीटस भी जरूरतनमंद परिवारों को*
सभापति हरिवल्ल्भ कल्ला ने कच्ची बस्तियों सहित शहर के उन तमाम परिवारों
को फ़ूड कीटस भी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कराये जो आर्थिक रूप से बेहद
कमज़ोर थे ,इसके साथ विधवाओं ,विकलांगो और आशय लोगो को भी खुद और अपने
पार्षदों के माध्यम से फ़ूड किट जिसमे आटा ,तेल ,शक़्कर ,चाय ,दाल ,रसोई
मसाले एक एक सप्ताह के पेकिंग में उपलब्ध करा मानवीय संवेदनाओ का प[रिचय
दिया।

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