विदेशों से लौटने वाले नागरिकों की स्किल मैपिंग का संचालन करेगी भारत सरकार

नई दिल्ली, जून, 2020: चल रही महामारी के कारण देश में लौटने वाले कुशल कर्मचारियों को सर्वश्रेष्ठ बनाने के उद्देश्य से, सरकार ने लौटने वाले नागरिकों की स्किल मैपिंग एक्सरसाइज़ का संचालन करने के लिए वंदे भारत मिशन के तहत एक नई पहल SWADES (स्किल्ड वर्कर्स अराइवल डेटाबेस फॉर एम्प्लॉयमेंट सपोर्ट) शुरू की है। यह कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्रालय, नागरिक उड्डयन मंत्रालय और विदेश मंत्रालय की एक संयुक्त पहल है जिसका उद्देश्य भारतीय और विदेशी कंपनियों की मांग को पूरा करने के लिए अपने कौशल और अनुभव के आधार पर योग्य नागरिकों का एक डेटाबेस बनाना है।

एकत्रित जानकारी को देश में उपयुक्त प्लेसमेंट अवसरों के लिए कंपनियों के साथ साझा किया जाएगा। लौटने वाले नागरिकों को एक SWADES स्किल फॉर्म भरने की आवश्यकता है और इसके बाद SWADES स्किल कार्ड जारी किए जाएंगे। राज्य सरकारों, उद्योग संघों और नियोक्ताओं सहित प्रमुख हितधारकों के साथ चर्चा के माध्यम से उपयुक्त रोजगार के अवसर प्रदान किए जाने वाले नागरिकों के लिए ये कार्ड एक स्ट्रेटीजिक फ्रेमवर्क की सुविधा प्रदान करेगा। MSDE का कार्यान्वयन संगठन राष्ट्रीय कौशल विकास निगम परियोजना के कार्यान्वयन में सहयोग कर रहा है।

केंद्रीय कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्री डॉ. महेंद्र नाथ पाण्डेय ने सहभागिता पर टिप्पणी करते हुए कहा कि “यह हम सभी के लिए मुश्किल समय है और इस समय में यह महत्वपूर्ण है कि पूरा देश एकजुट होकर एक साथ आए और कोविड-19 महामारी के कारण उत्पन्न हुई आर्थिक मंदी की चुनौतियों से निपटने के लिए केंद्र का सहयोग करें। मा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की ये वन इंडिया टीम है जो कि हमारा मंत्रालय आज वंदे भारत मिशन के तहत विदेशों में रहने वाले नागरिकों को वापस लाने के लिए नागरिक उड्डयन मंत्रालय और विदेश मंत्रालय के साथ साझेदारी करके प्रसन्न हैं। माननीय प्रधानमंत्री द्वारव सभी के लिए सुरक्षा और विकास की दृष्टि से प्रेरित होकर हमने स्वेदश स्किल कार्ड के माध्यम से डाटा एकत्रित किया है जो नागरिकों को नौकरी दिलवाने की संभावनाओं में मदद करेगा और उद्योगों की मांग और आपूर्ति के अंतर को कम करेगा।”
दुनिया भर में कोविड-19 के प्रसार का हजारों श्रमिकों पर महत्वपूर्ण आर्थिक प्रभाव पड़ा है जिससे हजारों श्रमिकों की नौकरियां जा रही हैं और सैकड़ों कंपनियां वैश्विक स्तर पर बंद हो रही हैं। आगे के रोजगार के लिए कम विकल्प होने के साथ ही, कई नागरिक भारत सरकार के वंदे भारत मिशन के माध्यम से देश लौट रहे हैं। लाखों नागरिकों ने विभिन्न भारतीय मिशनों में पंजीकरण कराया है, जोकि देश में लौटने में मदद का अनुरोध करते हैं और अब तक, 50,000 से अधिक लोग देश लौट चुके हैं। वंदे भारत का एक फोकस क्षेत्र खाड़ी क्षेत्र है, जहाँ वर्तमान में 80 लाख से अधिक नागरिक रहते हैं।
इस पहल पर अपने विचार साझा करते हुए भारत के नागरिक उड्डयन मंत्री, श्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि, “जब हमने वंदे भारत मिशन की शुरुआत की, तो हमने देखा कि हमारे बहुत से विदेशी कामगार नुकसान के कारण भारत लौट रहे हैं, उनके पास अंतरराष्ट्रीय कौशल सेट और अनुभव हैं जो घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजारों के लिए बहुत महत्वपूर्ण हो सकते हैं। हम इन श्रमिकों के डेटाबेस को इकट्ठा करने के लिए एक ऑनलाइन पोर्टल बनाने के लिए MSDE तक पहुंचे। SWADES कौशल कार्ड के बारे में जानकारी का प्रसार सुनिश्चित करने के लिए, एयर इंडिया और एयर इंडियन एक्सप्रेस जोकि वंदे भारत मिशन के तहत उड़ानों का संचालन कर रही हैं, उनके द्वारा इन-फ्लाइट घोषणाएं की जा रही हैं। एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया और अन्य निजी हवाई अड्डों ने भी ये सुनिश्चित करने के लिए बैनर / स्टैंडीज़ और डिजिटल निर्देश लगाए हैं।”
विदेश मंत्री सुब्रह्मण्यम जयशंकर ने कहा कि“नोवेल कोरोनावायरस के अभूतपूर्व प्रसार के कारण हुई वैश्विक आपात स्थिति के मद्देनजर, हम विदेश में फंसे और रोजगार के नुकसान के कारण चुनौतियों का सामना कर रहे अपने नागरिकों को हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम विभिन्न देशों में अपने दूतावासों / उच्च आयोगों / वाणिज्य दूतावासों के माध्यम से स्वदेश स्किल कार्ड की पहल को सक्रिय रूप से बढ़ावा देंगे। इस पहल से भारतीय कर्मचारियों को उनके स्किल सेट से मेल खाते हुए नौकरी में मदद मिलेगी।”

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