अंकों का निराला खेल!

अंकों का खेल भी निराला होता, अंकों के फेरबदल से जीवन के गणित की परिभाषा भी समझी जाती है। नेता हो या व्यापारी, कामगार हो या बेरोजगार हर कोई अपने भविष्य के लिए इन अंकों के गणित पर काफी हद तक निर्भर करते हैं। ऐसी ही एक तारीख 12-12-12 बुधवार की है। इस दिन के संयोग को लेकर लोगों में अलग-अलग विचार है। कहीं कहा जा रहा है कि यह दिन बस इत्तेफाक है। तो कहीं इस दिन को एक विशेष तिथि के साथ जोड़कर देखा जा रहा है।

भारतीय ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक,12 दिसंबर को दोपहर बारह बजकर बारह सेकेंड पर गुरु की लग्न मीन है। ऐसे में पंच ग्रह सूर्य, बुध, शुक्र, राहू और चंद्र भाग्य में तथा गुरु केतु पराक्रम भाव में परचम लहराएंगे। जो लोगों के लिए सफलता का संकेत लाएगा। लेकिन कुछ ज्योतिषों का मानना है कि इस दिन से ही विनाश की शुरुआत हो जाएगी। जैसा की माया सभ्यता के मुताबिक 21 दिसबंर 2012 को दुनिया का अंत हो जाएगा, ऐसे में शास्त्रों की मानें तो इस अंक से ही अंत का आगाज हो जाएगा।

इस विषय में ज्योतिष सौरभ राज शुक्ला का मानना है कि इस दिन कोई भी बड़ा परिवर्तन नहीं होगा। यह बिल्कुल साधारण और आम तिथि है। उनके मुताबिक हर दिन और तारीख का अपना एक अलग ही महत्व होता है। लोगों में बस एक वहम पैदा हो गया है इसलिए वह हर साल इस तरह की तारीखों का संयोग निकालते रहते हैं। हालांकि उनके मुताबिक इस दिन की शुरुआत के बाद से ही लोगों का बौद्धिक विकास जरूर होगा। समाज का बौद्धिक वर्ग इस साल जरूर कुछ बेहतर करेगा। श्री शुक्ला ने कहा कि हमारे देश के लिए यह तिथि काफी महत्वपूर्ण है। वर्ष 2013 में भारत सर्वशक्तिमान देशों की कगार में शामिल हो जाएगा। क्योंकि 12-12-12 में गुरु ग्रह का राज है, गुरु मतलब जो राज करता है। माना जा रहा है कि वर्ष 2013 में भारत सर्वश्रेष्ठ राष्ट्र बन जाएगा। हालांकि राजनीति के क्षेत्र के लिए यह दिन काफी महत्वपूर्ण है। क्योंकि आने वाले साल में राजनीति से जुड़े लोगों की सच्चाई लोगों के सामने आ सकती है। कई नेताओं की पोल खुलेगी। महिलाओं के लिए इस तिथि को काफी महत्वपूर्ण बताया गया है। महिलाओं के विकास के लिए यह तिथि काफी जरूरी है। 1- नंबर पुरुष और 2-महिलाओं के लिए है। एक और दो के मिलन का मतलब है महिला और पुरुष दोनों साथ-साथ चलते हैं। अगर दोनों साथ चलें तो सफलता उनके कदम चूमेगी।

लेकिन, इस दिन रिक्त दोष भी बन रहा है। इसलिए खास तौर से मेष, वृश्चिक, सिंह एवं धनु राशि वालों के लिए यह दिन और आने वाला समय काफी चुनौती भरा रहेगा।

वहीं दूसरी ओर अन्य ज्योतिष जय गोविंद शास्त्री के मुताबिक यह संयोग काफी अच्छा है। क्योंकि इस दिन चंद्र और सूर्य का मिलन हो रहा है। 1-सूर्य और 2-चंद्र को दर्शाते हैं। ऐसे में 1 और 2 यानी 12 दिसंबर। इस दिन आध्यात्मिक शक्ति का विकास होना संभव है।

इनके मुताबिक इस तारीख में जो लोग शिक्षा क्षेत्र से जुड़े हैं उनके लिए काफी महत्वपूर्ण है। 12 दिसबंर को आत्मा और मनुष्य का मिलन होगा। क्योंकि इसका योग वृहस्पति है इसलिए ऊर्जा पैदा होने का संभावनाएं बढ़ जाती है। वृहस्पति में बहुत ताकत होती है।

दूसरी ओर ज्योतिष केवल आनंद जोशी इस दिन को बहुत ही नकारात्मक दृष्टि से देखते हैं। उनके मुताबिक यह तिथि सिर्फ विनाश का योग लेकर ही आएगी। क्योंकि इस दिन पंचग्रह का योग है। इस दिन जो भी बच्चे पैदा होंगे वह अपंग होंगे। शारीरिक और मानसिक रुप से कमजोर होंगे। अपने परिवार और देश के लिए भी बोझ बने रहेंगे। इसलिए महिलाएं नहीं चाहती हैं कि इस तिथि पर कोई भी डिलीवरी न हों।

उनके मुताबिक 400 साल पहले एक बार ऐसी तिथि आई थी। अब कलयुग की शुरुआत हो चुकी है। शादी के लिए भी यह संयोग अच्छा नहीं है।

वहीं आचार्य ज्योति वर्धन साहनी ने भी इस तिथि को काफी गलत बताया है। 13-13-13 ऐसी कोई तिथि कभी नहीं हो सकती। इसका मतलब 12-12-12 यह तिथि अपने आप में चरम है। इसके बाद और किसी चीज की शुरुआत नहीं हो सकती है। इस तिथि पर जिस भी चीज की सीमा खत्म हो गई है, उसका अंत होना तय है। सूर्य और चंद्र प्रकृति को सबसे ज्यादा प्रभावित करते हैं। दो नंबर जीवन में उतार चढ़ाव लाते हैं। इस दिन चतुर्दशी भी है जो दोष से पूर्ण है।

इस दुर्लभ अवसर के बारे में जानकारी देते हुए अंक ज्योतिष डॉ विवेक चोपड़ा ने कहा कि अगर हम 12/12/12 या 12/12/2012 को जोड़ते है तो यह अंक 9 और 2 आता हैं, जो मंगल और चाद का नंबर होता हैं। उसी तरह अगर हम 2 और 1 को जोड़ते है तो 3 अंक पाते हैं, जो जुपीटर ग्रह का नंबर है। इस तरह से 5, 9 और 3 नंबर का संयोग खुशनुमा और शात ग्रहों को एक साथ जोड़ता हैं। डॉ. चोपड़ा कहते है कि अंक ज्योतिष के गुण के अनुसार इस दिन लोग कुछ नया करने को बेहद इच्छुक है।

इस दिन के सकारात्मक और नकारात्मक प्रभाव को लेकर लोगों में काफी संशय दिखाई दे रहा है। ब्रह्मांड की सृष्टि है तो उसका विनाश भी है। इसपर माया कैलेंडर की भविष्यवाणी, हालांकि नासा ने दुनिया खत्म पर माया की भविष्यवाणी को पूरी तरह से गलत साबित कर दिया है और वैज्ञानिकों ने भी यह बात साफ कर दी है फिलहाल सूर्य गलने की सीमा रेखा से काफी दूर है। ऐसे में विश्व का विनाश अभी संभव नहीं है।

युवा पीढ़ी इस तरह की दकियानूसी बातों से बिल्कुल पड़े है। उनका मानना है कि समाज का एक वर्ग है जो इस तरह की तिथियों को खगोलकर अपने विचार देते हैं।

कई योगों के साथ 400 साल बाद आ रहे इस दुर्लभ अवसर को भारत ही नहीं पश्चिमी देशों में भी विशिष्ट आका जा रहा है।

अंकों का खेल

न्यूमेरोलॉजिस्ट के मुताबिक, 12 दिसंबर, 2012 को बुधवार अनुराधा नक्षत्र, धृति योग, विषकुंभक करण, प्रात 7.48 मिनट तक है। चंद्रमा दिनमान वृश्चिक राशि में है। उस दिन मार्गशीष कृष्ण की चतुर्दशी तिथि भी है। हालांकि इस दिन कोई वैध विवाह मुहूर्त तो नहीं है, लेकिन अंक विज्ञान के अनुसार 12-12-12 याने 3 3 3=9 होता है। यह तारीख मंगल कार्य के लिए उत्तम है।

राशियों पर प्रभाव

मेष, वृषभ, कर्क, तुला, धनु, कुंभ, मकर एवं मिथुन के लिए विशेष फलदायी है तथा सिंह, कन्या, वृश्चिक एवं मीन के लिए ये योग अशुभकारी रहेगा।

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