चंद मिनट में हमारे पास आएगा ये उल्कापिंड

खगोलविदें के लिए बुधवार की दोपहर कुछ खास होगी, जब एक विशाल उल्का पिंड धरती के करीब से होकर गुजरेगा। भारतीय प्लैनेटरी सोसाइटी के निदेशक एवं सचिव एन रघुनंदन कुमार ने बताया कि 4179 टाउटेटिस नाम का यह उल्का पिंड पृथ्वी से 69 लाख 31 हजार 175 किमी की दूरी से गुजरेगा।

हालांकि इससे डरने की आवश्यकता नहीं है। 12 दिसंबर दोपहर 12 बजकर दस मिनट पर यह धरती के करीब आएगा। 11.9 किमी प्रति सेकंड की रफ्तार से घूम रहे इस पिंड का आकार लगभग साढ़े पांच किमी है।

यह पिंड पृथ्वी के नजदीक का ही उल्का पिंड है। इसकी अपनी एक कक्षा भी है। आकार में बड़ा होने के कारण यह धरती के कुछ हिस्सों को नुकसान भी पहुंचा सकता है।

इस उल्का पिंड को चार जनवरी 1989 में ही खोज लिया गया था। इसका नाम आदिवासियों के संरक्षक टाउटेटिस के नाम पर रखा गया है। इसके 16 दिसंबर, 2016 को और करीब आने की संभावना है। इससे पूर्व यह नौ नवंबर, 2008 को पृथ्वी के करीब से गुजरा था। 2016 के बाद 2069 तक यह उल्का पिंड धरती के करीब से नहीं गुजरेगा।

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