गुजरात के नहीं, खुद के सपने पूरे कर रहे मोदी

लखटकिया कार नैनो के गाव साणद आए कांग्रेस के स्टार प्रचारक राहुल गाधी ने चुनाव प्रचार के आखिरी दिन जहा मुख्यमंत्री मोदी के दावों पर ताबड़तोड़ हमले किए वहीं मोदी के हाई-फाई प्रचार के दबाव में आई काग्रेस के साथ युवा व आम आदमी की आवाज जोड़कर उम्मीदों को जगाया। राहुल ने मोदी पर विकास का श्रेय अकेले लेने, खुद के सपने पोषने व जनता की आवाज को दबाने का आरोप लगाते हुए गुजरात को उसकी गाधी विरासत की भी याद दिलाई।

लंबे समय बाद गुजरात आए कांग्रेस महासचिव राहुल गाधी के भाषण की छटा बिल्कुल बदली नजर आई, मोदी भले सोनिया गाधी को गुजरात के इतिहास के मामले में अनजान बताते हों, लेकिन राहुल ने गाधी मार्ग व विचारधारा को गुजरात का इतिहास बताते हुए नसीहत भी दे डाली की दुनिया गुजरात के विचार को अपना रही है जबकि उन्हीं के प्रदेश में गाधी रूपी जनतंत्र की आवाज कोई सुनने वाला नहीं है।

लोकतंत्र को गाधीजी की देन बताते हुए राहुल कहते है, जनता की आवाज को बुलंद करने के लिए यह व्यवस्था गाधी व सरदार पटेल देकर गए है। गुजरात के विकास का श्रेय प्रदेश के लोगों व महिलाओं को देते हुए राहुल कहते है कि देश के लिए पसीना आम आदमी बहा रहा है, लेकिन मोदी मार्केटिग के बूते अकेले इसका श्रेय बटोर रहे है।

राहुल ने एक अंग्रेजी कहावत सुनाते हुए कहा कि कोई हमारे हाथ में बंधी घड़ी देखकर हमें ही टाइम बता जाए, मोदी ठीक वैसा ही कर रहे है। राहुल ने कहा एक व्यक्ति ऐसा दिखा रहे है कि गुजरात को वे अकेले आगे बढ़ा रहे है, जबकि वास्तविकता कुछ अलग है। मोदी पर अपने सपने पूरा करने व लोगों केसपनों पर ध्यान नहीं देने का भी आरोप लगाया।

दबाई जा रही विरोधी आवाज

गाधीजी को अपना गुरु बताते हुए राहुल ने कहा गाधीजी अंग्रेजों से लड़ते थे, लेकिन उनकी बात भी सुना करते थे जबकि गुजरात में विरोधियों की आवाज कोई सुनना ही नहीं चाहता। गाधी का ही हवाला देते हुए राहुल ने कहा राजनेता को गुस्सा नहीं करना चाहिए इससे जनता की आवाज उस तक नहीं पहूच पाती है। जबकि भाजपा पर बरसते हुए कहा कि राज्य में 20 दिन भी विधानसभा नहीं बुलाते और दिल्ली में संसद नहीं चलने देते। भाजपा को विरोधी आवाज पसंद नहीं है, कोई विरोध जताए तो उसे उठाकर बाहर फेंक दिया जाता है। राहुल यहीं नहीं ठहरे और कहा कि नैनो प्लाट साणद में लगा लेकिन हरेक गुजराती की जेब से 60 हजार रुपये चले गए और गुजरातियों को तो फिर भी नैनो नहीं मिली।

बुरा बोलना गलत बात

राहुल गाधी अपने पूरे भाषण के दौरान युवाओं व महिलाओं से जुड़ने का प्रयास करते रहे, कभी उनसे सवाल करते तो कभी उनके प्रश्न का जवाब देते। मोदी पर पूछे सवाल पर जब भीड़ में से लोगों ने तीखी प्रतिक्रिया दी तो राहुल ने कहा देखो भइया ऐसा नहीं कहते, यह गलत बात है, ऐसा नहीं बोलना चाहिए। उन्होंने गाधी को देश व दुनिया का प्रणेता बताते हुए देश में सूचना क्राति का श्रेय पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गाधी व टेक्टनोक्रेट सैम पित्रोदा का दिया। साथ ही कहा भी सेम भी एक गुजराती है।

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