नई दिल्ली, जुलाई, 2020 – प्राइवेट सेक्टर में भारत की पहली की इलेक्ट्रॉनिक एग्रीमंडी एग्रीबजार अब सामान की बिक्री के लिए देश के अग्रणी को-ऑपरेटिव एनएएफईडी और एचएएफईडी में रजिस्टर हो चुकी है। इन दोनों को-ऑपरेटिव्स ने बड़ी संख्या मिलर्स, प्रोसेसर और को-ऑपरेट खरीदारों के लिए सेल्स शुरू कर दी है। इलेक्ट्रॉनिक ट्रांजेक्शन से पारदर्शिता, तेजी और खरीदारों व विक्रेताओं को बड़ा बाजार मिलेगा। खरीदार एप रजिस्ट्रेशन या एप के माध्यम से खरीदी शुरू कर सकते हैं।
एग्रीबाजार को पहले महीने में ही 150 करोड़ रुपए की लागत के 40 हजार मीट्रिक टन की खरीदी-बिक्री के साथ उत्साहवर्धक प्रतिक्रिया देखने को मिली है। कई प्रोसेसर, मिलर्स और बड़े कॉर्पोरेट पहले ही प्लेटफॉर्म में ही रजिस्टर करा चुके हैं और अन्य रजिस्ट्रेशन भी निरंतर चल रहे हैं।
नेशनल एग्रीकल्चर को-ऑपरेटिव मार्केटिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (एनएएफईडी) और हरियाणा स्टेट को-ऑपरेटिव सप्लाई एंड मार्केटिंग फेडरेशन लिमिटेड (एचएएफईडी) देश की सबसे पुरानी कृषक संस्थाओं में से एक हैं। स्थापना के बाद से ही यह भारतीय किसानों के पैदावार की खरीदी और बिक्री में सहायता कर रही हैं। एग्रीबाजार के लिए इनके साथ भागीदारी करना गर्व की बात है। इससे बेहतर, तेज, सुरक्षित और पारदर्शी बिक्री सुनिश्चित होगी। वर्तमान में सरसों और चना पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है, आगे अन्य फसलों को भी शामिल किया जाएगा।
एग्रीबाजार के सीईओ और को-फाउंडीर अमित अग्रवाल ने इस बारे में बात करते हुए कहा कि ”एनएएफईडी व एचएएफईडी की फसलों की बिक्री करना हमारे लिए गर्व की बात है और यह इस बात सुबूत है कि ग्राहकों को ध्यान में रखकर सर्विस दे रहे हैं। हमारे ई-मंडी एप के माध्यम से बिक्रेता और खरीदार को बेहतरीन सर्विस मिलेगी। हम ऑनलाइन प्रोग्रेस, पेमेंट स्टेटस, लॉजिस्टिक्स, स्टोरेज और फाइनेंस फैसिलटी जैसी वैल्यू एडेड सर्विसेस मुहैया कराएंगे। ग्राहकों को बिना समस्या के आरामदायक सुविधाएं मिलने के कारण ही ट्रांजेक्शन में तेजी देखने को मिली है। मुझे विश्वास है कि बड़े और अन्य स्टेट को-ऑपरेटिव भी इस प्लेटफॉर्म से जुड़ेंगे। हमारी इलेक्ट्रॉनिक मंडी बेहतर पारदर्शिता, बेहतर कीमत वसूली और ग्राहकों केंद्रित सर्विस मुहैया कराएगी ताकि भारत के छोटे किसानों को सशक्त किया जा सके।”
स्थापना के बाद से एग्रीबाजार एप प्लेटफॉर्म ने 10 हजार ट्रेडर व प्रोसेसर, 36 राज्यों-केंद्रशासित प्रदेशों के 2 लाख किसानों के नेटवर्क वाले 100 कृषि उत्पादक संगठनों को जोड़ा है। 2016 में स्थापना के बाद से एप ने 14 हजार करोड़ रुपए की लागत का कुल व्यापार किया है।
आज छोटे किसान, खासकर कोविड-19 के दौर में बिना मंडी गए अपनी फसल बेच सकते हैं। एक बार डील पूरी होने के बाद एग्रीबाजार गृह मंत्रालय के निर्देशों को ध्यान में रखते हुए किसान से फसल लेकर विक्रेता तक सुरक्षित पहुंचाने का कार्य करेगा।
एग्रीबाजार एप आईओएस और एप स्टोर में डाउनलोड के लिए उपलब्ध है, इसे स्मार्ट और फीचर दोनों तरह के फोन से ऑपरेट किया जा सकता है। किसान ऑल इंडिया टोल-फ्री नंबर +91 9090397777 डायल कर सकते हैं, जहा उन्हें कंपनी से प्लेटफॉर्म में रजिस्टर होने के बारे में सभी प्रकार की जानकारी मिलेगी।