केंद्रीय शिक्षा और कौशल विकास मंत्री ने किया महात्मा गाँधी राष्ट्रीय फ़ेलोशिप के द्वितीय चरण का उद्घाटन

नई दिल्ली, अक्टूबर, 2021-केंद्रीय शिक्षा, कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री, श्री धर्मेन्द्र प्रधान ने आज महात्मा गाँधी राष्ट्रीय फ़ेलोशिप के द्वितीय चरण का उद्घाटन किया। यह द्विवर्षीय फ़ेलोशिप है जिसे युवा, ऊर्जावान व्यक्तियौं के लिए अवसर पैदा करने के उद्देश्य से संकल्पित किया गया है ताकि वे जमीनी स्तरों पर कौशल विकास के उन्नयन में योगदान कर सकें।
इस द्विवर्षीय फ़ेलोशिप (आध्येतावृत्ति) का उद्देश्य भरोसेमंद योजना बनाने और ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार, आर्थिक उत्पादन बढ़ाने में बाधाओं की पहचान करने के लिए शैक्षणिक सहयोगी, भारतीय प्रबंधन संस्थानों द्वारा संचालित क्लासरूम शिक्षण सत्रों को जिला स्तर पर सघन क्षेत्र कार्यों से जोड़ना है।
इस अवसर पर अपने संबोधन में श्री प्रधान ने सभी फेलो से कौशल विकास के प्रयासों को आगे बढ़ाते हुए जमीनी स्तर पर सामाजिक बदलाव के उत्प्रेरक के रूप में कार्य करने का आह्वान किया।उन्होंने फेलोज की सहायता करने और इस फ़ेलोशिप के माध्यम से बदलाव की सफलता में योगदान के लिए जिलाधिकारियों और शैक्षणिक सहयोगी भारतीय प्रबंधन संस्थानों का भी आह्वान किया।
उन्होंने कहा कि प्रधानमन्त्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हम आत्मनिर्भर भारत की दिशा में बढ़ रहे हैं। विभिन्न व्यावसायिक क्षेत्रों में हो रहे भारी रूपांतरण से नई कुशलताओं की और अधिक संख्या में कुशल प्रोफेशनल्स की माँग पैदा होगी। इस स्थिति में जिला स्तर पर कौशल मानचित्रण करने और तदनुसार कौशल विकास के प्रयासों को निर्देशित करने की आवश्यकता है।
21वीं सदी की ज़रूरतों स्थानीय वास्तविकताओं के अनुरूप मंत्री महोदय, श्री प्रधान ने सभी फेलो से कौशल विकास के अभियान में स्थानीय भाषा को समाहित करते हुए वैश्विक सोच और स्थानीय दृष्टिकोण के साथ काम करने का आह्वान किया।

राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के बारे में बोलते हुए श्री प्रधान ने शिक्षा और कुशलताओं के बीच ठोस संसृति के निर्माण के लिए दृष्टिकोण की रूपरेखा प्रस्तुत की। उन्होंने हाल में इस दिशा में की गई अकैडमिक बैंक ऑफ़ क्रेडिट सहित अन्य पहलों की भी चर्चा की। उन्होंने फेलो को राष्ट्रीय शिक्षा नीति के बारे में अवगत कराने के लिए भारतीय प्रबंधन संस्थानों का आह्वान किया।

इस अवसर पर कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय (MSDE) के सचिव श्री राजेश अगरवाल, एमएसडीई के संयुक्त सचिव सुश्री अनुराधा वेमुरी, कर्णाटक कौशल विकास निगम (KSDC) के मिशन निदेशक श्री अश्विन गौड़ा, मेघालय के पूर्वी गारो हिल्स के जिलाधिकारी श्री स्वप्निल तेम्बे, कर्नाटक के विजयपुरा के जिलाधिकारी श्री पी. सुनील कुमार तथा आईआइएम बैंगलोर के प्रोफेसर अर्णव मुख़र्जी उपस्थित थे।

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