दिल्ली रेपकांड के बाद महिला शक्ति जागने लगी है। रेप करने वाले दरिंदों को सजा दिलवाने के लिए महिलाएं जागरूक होने लगी हैं। ऐसी ही एक जागरूक महिला की बदौलत एक किशोरी को इंसाफ मिला। किशोरी पिछले कई माह से यौैन प्रताड़ना का शिकार हो रही थी। नाबालिगा को गांव के ही युवकों ने हवस का शिकार बना कर गर्भवती कर दिया था, मगर किशोरी डर से किसी को गर्भवती होने की जानकारी नहीं दे रही थी। उसकी पड़ोसन को इस बात की खबर हुई तो उसने यह मामला सार्वजनिक किया और पीड़िता को पुलिस के पास ले गई। पुलिस ने तुरंत केस दर्ज कर चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। यह घटना भोगपुर के गांव कोटली शेखां की है।
जानकारी के अनुसार गांव कोटली शेखां में अपनी नानी के घर रहने वाली शिका (काल्पनिक नाम) के पड़ोस में ही आपराधिक प्रवृति के युवक रहते थे। अजय और मनी नामक दोनों भाई तस्करी के मामलों में नामजद रहे थे। इसके अलावा उनके खिलाफ गौ हत्या जैसे केस भी थे। कुछ माह पहले किशोरी को उक्त युवक जबरन अपने घर ले गए और वहां अपने दो दोस्तों की मदद से उसे हवस का शिकार बना दिया। किशोरी को जान से मारने की धमकी दी गई। इसके बाद किशोरी कई बार आरोपियों की हवस का शिकार बनी। ऐसे में किशोरी गर्भवती हो गई।
गर्भवती किशोरी को जब शारीरिक रूप से परेशानी आने लगी तो उसने अपनी पड़ोस में रहने वाली महिला को इस बात की जानकारी दी। यह पता चलते ही कि उक्त महिला ने इंसाफ की जंग लड़ने का मन बना लिया। उसने लड़की के मन से डर खत्म किया और पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची तो किशोरी ने अपनी व्यथा पुलिस को सुनाई।
पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान अजय और मनी दोनों भाइयों के अलावा गुरविंदर गिंदा पुत्र हरजीत सिंह निवासी बेगमपुरा और रवि पुत्र सोढी राम निवासी कोटली शेखां के रूप में हुई है। पुलिस जांच में सामने आया कि उक्त लोग आपराधिक प्रवृति के हैं और इनके खिलाफ चूरापोस्त तस्करी और गौ हत्या के केस दर्ज हैं।
पुलिस ने किशोरी का सिविल अस्पताल से मेडिकल करवाया, जिसमें उसके गर्भवती होने की पुष्टि हो गई है। पुलिस ने आरोपियों का दो दिन का रिमांड हासिल कर लिया है। एसएसपी देहात युरिंदर सिंह का कहना है कि पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और पुख्ता प्रमाण जुटा कर आरोपियों को हर हाल में सजा दिलवाई जाएगी।