माइक्रोसॉफ्ट देश की डिजिटल रफ्तार बढ़ाने के लिए हैदराबाद में स्‍थापित करना चाहता है इंडिया डेटासेंटर रीजन

हैदराबाद, 7 मार्च, 2022 – माइक्रोसॉफ्ट ने आज तेलंगाना के हैदराबाद में अपना नवीनतम डेटासेंटर रीजन स्थापित करने के अपने इरादे की घोषणा की है। यह रणनीतिक निवेश ग्राहकों को क्लाउड और एआई-सक्षम डिजिटल अर्थव्यवस्था में फलने-फूलने में मदद करने के लिए माइक्रोसॉफ्ट की प्रतिबद्धता के अनुरूप है। जल्द ही यह दुनिया के सबसे बड़े क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर का हिस्सा बन जाएगा।
डिजिटल परिवर्तन के लिए एक मंच के रूप में क्लाउड के लिए ग्राहक की मांग, पूरे भारत में आर्थिक विकास और सामाजिक प्रगति को बढ़ावा दे रही है। आईडीसी के अनुसार, भारत में माइक्रोसॉफ्ट डेटासेंटर क्षेत्रों ने 2016 और 2020 के बीच अर्थव्यवस्था में $9.5 बिलियन डॉलर के राजस्व का योगदान दिया है। सकल घरेलू उत्पाद के प्रभाव से परे, आईडीसी रिपोर्ट का अनुमान है कि अर्थव्यवस्था में 1.5 मिलियन नौकरियां जोड़ी गईं। इनमें आईटी की 169,000 नई कौशल युक्त नौकरियां शामिल हैं।
भारत के कौशल विकास और उद्यमिता व इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने साझा किया, “भारत के लोगों और व्यवसायों के प्रति आज की प्रतिबद्धता देश को दुनिया भर में डिजिटल तौर पर अग्रणी संस्थानों के बीच जगह देगी। माइक्रोसॉफ्ट डेटासेंटर क्षेत्र हमारी डिजिटल अर्थव्यवस्था को प्रतिस्पर्धात्मक लाभ प्रदान करता है और यह हमारे देश की संभावनाओं में एक दीर्घकालिक निवेश है। क्लाउड हर उद्योग और क्षेत्र को बदल रहा है। स्किलिंग में निवेश आज और भविष्य में भारत के कार्यबल को सशक्त बनाएगा।”
हैदराबाद डेटासेंटर रीजन भारत में पुणे, मुंबई और चेन्नई में तीन क्षेत्रों के मौजूदा नेटवर्क के अतिरिक्त होगा। यह उद्यमों, स्टार्ट-अप, डेवलपर्स, शिक्षा और सरकारी संस्थानों के लिए उन्नत डेटा सुरक्षा के साथ क्लाउड में संपूर्ण माइक्रोसॉफ्ट पोर्टफोलियो, डेटा समाधान, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई), उत्पादकता उपकरण और ग्राहक संबंध प्रबंधन (सीआरएम) की पेशकश करेगा ।
उच्च उपलब्धता और लचीलेपन के लिए ग्राहकों की जरूरतों का समर्थन करने के लिए, माइक्रोसॉफ्ट ने दिसंबर 2021 में अपने मध्य भारत डेटासेंटर क्षेत्र में ऐज्योर अवेबिलिटी क्षेत्र लॉन्‍च किया था। यह आपदा वसूली प्रावधानों और भूकंपीय क्षेत्रों के कवरेज के साथ देश में डेटा केंद्रों का सबसे व्यापक नेटवर्क बनाता है।
विप्रो की चीफ ग्रोथ ऑफिसर स्टेफनी ट्रॉटमैन ने कहा, “विप्रो और माइक्रोसॉफ्ट दो दशकों से अधिक समय से एक साथ काम कर रहे हैं ताकि उद्यमों को व्यवसाय के विकास को बढ़ावा देने, ग्राहक अनुभव को बढ़ाने और कनेक्टेड अंतर्दृष्टि प्रदान करने में मदद मिल सके। भारत में माइक्रोसॉफ्ट का नया डेटासेंटर हमारे गठजोड़ और साझा ग्राहक संबंधों के लिए चल रहे नवाचार को आगे बढ़ाने में मदद करेगा। चूंकि भारतीय उद्यम क्लाउड कंप्यूटिंग में अपनी भागीदारी में परिवर्तन और विस्तार जारी रखते हैं, इसलिए, यह सुविधा सभी आकार के डेवलपर्स और संगठनों के लिए महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा आधार प्रदान करेगी ताकि नए ग्राहक अनुभव तैयार किए जा सकें, उनके व्यवसाय का समर्थन किया जा सके और बड़े पैमाने पर नवाचार का उपयोग किया जा सके।”

स्किलिंग के जरिये डिजिटल अर्थव्यवस्था में नवाचार के अवसर पैदा करना
तेलंगाना अपने सॉफ्टवेयर निर्यात के लिए भारतीय आईटी क्षेत्र में एक ‘चुनौती’ के रूप में उभर रहा है, जो साल-दर-साल सात प्रतिशत की वृद्धि के साथ वित्त वर्ष 21 में 5 ट्रिलियन रुपये ($67.4 बिलियन) तक पहुंच गया है।
हैदराबाद शहर और तेलंगाना राज्य में, माइक्रोसॉफ्ट स्थानीय व्यवसायों के लिए माइक्रोसॉफ्ट क्लाउड सेवाओं के साथ नवाचार करने के अवसर संभव करेगा। माइक्रोसॉफ्ट तेलंगाना सरकार के साथ मिलकर काम कर रहा है ताकि शासन के लिए क्लाउड, एआई, आईओटी (इंटरनेट ऑफ थिंग्स) और साइबर सुरक्षा समाधानों को अपनाने में तेजी लाई जा सके। इसमें सरकारी अधिकारियों को कौशल युक्त करना, आगे बढ़ाने के प्रयास, साइबर शिक्षा कार्यक्रम के माध्यम से साइबर सुरक्षा में कैरियर बनाने के लिए लड़कियों का समर्थन करना और श्रम व रोजगार मंत्रालय के साथ ग्रामीण क्षेत्रों के नौकरी चाहने वालों को तकनीकी कौशल से लैस करने के लिए डिजी सक्षम जैसे कौशल कार्यक्रमों में भागीदारी शामिल है।
तेलंगाना सरकार के नगर प्रशासन और शहरी विकास, उद्योग और वाणिज्य तथा सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री श्री केटी रामा राव ने कहा, “मुझे बेहद खुशी है कि माइक्रोसॉफ्ट ने भारत में अपने सबसे बड़े डेटासेंटर निवेश के लिए हैदराबाद को चुना है। यह राज्य द्वारा आकर्षित किया गया सबसे बड़े प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) में से एक होगा। माइक्रोसॉफ्ट और तेलंगाना का लंबा इतिहास रहा है, हैदराबाद दुनिया के सबसे बड़े माइक्रोसॉफ्ट कार्यालयों में से एक की मेजबानी कर रहा है, और मुझे खुशी है कि यह रिश्ता बढ़ रहा है।”
माइक्रोसॉफ्ट इंडिया के प्रेसिडेंट अनंत माहेश्वरी ने कहा, “क्लाउड सेवाएं व्यापार और शासन के भविष्य की फिर से कल्पना करने और देश में समग्र समावेशन को सक्षम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए तैयार हैं। नया डेटासेंटर माइक्रोसॉफ्ट की क्लाउड क्षमताओं और देश भर में काम करने वालों का समर्थन करने की क्षमता को बढ़ाएगा। यह महत्वपूर्ण सुरक्षा और अनुपालन आवश्यकताओं को पूरा करते हुए नए उद्यमशीलता के अवसरों का भी समर्थन करेगा। नया डेटासेंटर रीजन भारत के लोगों और संगठनों को और अधिक हासिल करने के लिए सशक्त बनाने के हमारे मिशन के लिए एक सबूत है। हम इस प्रमुख उपलब्धि पर तेलंगाना सरकार के साथ सहयोग करके प्रसन्न हैं और हम उनके समर्थन की दिल से सराहना करते हैं।”

सतत विकास के लिए क्लाउड
अपने क्लाउड डेटासेंटर पहुंच के विस्तार के साथ, माइक्रोसॉफ्ट ग्राहकों और भागीदारों का सशक्तिकरण कर रहा है और उनके साथ नवाचार कर रहा है। भारत में माइक्रोसॉफ्ट के ग्राहक, पहले से ही माइक्रोसॉफ्ट की वैश्विक स्तर की क्लाउड सेवाओं से लाभान्वित हो रहे हैं। हैदराबाद में नया डेटासेंटर रीजन भारत की बढ़ती क्लाउड आवश्यकताओं को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। भारत में माइक्रोसॉफ्ट के ग्राहकों में जियो, इनमोबी, इंफोसिस, टीसीएस, आईसीआईसीआई, बजाज फिन सर्व, अपोलो हॉस्पीटल्स, महिंद्रा, डॉ रेड्डीज लैब्स, पीरामल, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, फ्लिपकार्ट, पिडिलाइट और एमिटी आदि शामिल हैं।
माइक्रोसॉफ्ट जिम्मेदार और स्थायी डेटासेंटर संचालन के लिए प्रतिबद्ध है। इसमें 2025 तक माइक्रोसॉफ्ट डेटासेंटर द्वारा खपत की गई बिजली के बराबर 100 प्रतिशत अक्षय उर्जा आपूर्ति करने की प्रतिबद्धता शामिल है। नया डेटासेंटर क्षेत्र टिकाऊ डिजाइन और संचालन को ध्यान में रखते हुए बनाया जाएगा, जिससे माइक्रोसॉफ्ट पैमाने के अनुसार, जिम्मेदारी के साथ, विश्वसनीय और अत्यधिक उपलब्ध क्लाउड सेवाएं प्रदान कर सके।
अर्नस्ट एंड यंग इंडिया के चेयरमैन राजीव मेमानी ने कहा, “माइक्रोसॉफ्ट और तेलंगाना सरकार को आगामी डेटासेंटर के लिए बहुत-बहुत बधाई। यह इस क्षेत्र में एक व्यापक, बुद्धिमान, टिकाऊ और विश्वसनीय क्लाउड सेवाएं लाएगा। हरित प्रौद्योगिकी समाधानों का उपयोग करके स्थिरता और पर्यावरण पर इसके प्रभाव को कम करने के लिए माइक्रोसॉफ्ट की प्रतिबद्धता को देखकर खुशी हो रही है।”
राजीव कुमार, प्रबंध निदेशक, माइक्रोसॉफ्ट आईडीसी और कॉरपोरेट वाइस प्रेसिडेंट, ई+डी इंडिया, “नया डेटासेंटर उस उच्च गुणवत्ता वाले इंजीनियरिंग कार्य का एक प्रमाण है जो हम यहां भारत विकास केंद्र में कर रहे हैं; यह म इक्रोसॉफ्ट इंजीनियरिंग का एक सूक्ष्म हिस्सा है जो क्लाउड और एआई, गेमिंग, अनुभव और उपकरणों तथा सुरक्षा में कुछ सबसे प्रभावशाली और अभिनव कार्य करता है।”

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