‘तुम्हारा चेहरा रेप की एफआइआर लिखने लायक नहीं’

दिल्ली गैंगरेप से जब देशभर में हाहाकार मचा हुआ है, ऐसे ही एक मामले में महानगर की पुलिस पूरी तरह से गूंगी-बहरी हो गई। पहले तो रिपोर्ट लिखने में आनाकानी हुई। फिर जब कोर्ट के आदेश पर लिखी भी गई तो युवती को ही खूब फटकारा गया। उससे कहा गया, ‘तुम्हारा चेहरा रेप की एफआइआर लिखने लायक नहीं है। अगर तुम अपने प्रेमी से सच्चा प्यार करतीं तो उसके खिलाफ शिकायत नहीं करतीं। जाओ किसी और से शादी कर लो और खुश रहो।’

28 साल की इस युवती को प्यार में धोखा मिला था। लिव-इन में रहते हुए प्रेमी संतोष शर्मा ने उसके साथ कई बार दुष्कर्म किया। उत्तर प्रदेश के उन्नाव के रहने वाले संतोष ने युवती से शादी का झूठा वादा किया था। इसकी शिकायत करने युवती जब कुरार पुलिस के पास पहुंची तो उसे उलटे पांव लौटा दिया गया। कई कोशिशों के बाद भी जब उसे सफलता नहीं मिली तो उसने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया।

बोरिवली मजिस्ट्रेट कोर्ट ने 15 दिसंबर को संतोष के खिलाफ आइपीसी की तमाम धाराओं के तहत पुलिस को एफआइआर लिख मामले की विवेचना के आदेश दिए। कोर्ट के आदेश के साथ जब युवती दोबारा थाने पहुंची तो महिला पुलिस अधिकारी ज्योति भोपाले ने उसे जमकर खरी-खोटी सुनाई। उसे यह भी कहा गया कि रेप की एफआइआर कराने का कोई फायदा नहीं है।

संतोष और युवती 2006 में एक गारमेंट कंपनी में मिले थे। 2009 में संतोष नौकरी के सिलसिले में बाहर चला गया था। इसके बाद उसने युवती को नजरंदाज करना शुरू कर दिया। खुद को हृदय रोगी बताते हुए उसने युवती से शादी करने से भी इन्कार कर दिया। मार्च, 2012 में युवती संतोष के घर उन्नाव पहुंची। युवती के पांव से जमीन खिसक गई जब उसने सुना कि संतोष शादी कर चुका है।

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