एचसीजी कैंसर सेंटर, जयपुर में लंग कैंसर की जांच एवं परामर्श के लिए एक माह के स्क्रीनिंग कैंप का शुभारम्भ

जयपुर, अगस्त 2022- लंग कैंसर अवेयरनेस माह के मौके पर एचसीजी कैंसर सेंटर, जयपुर में फेफड़े के कैंसर की जांच एवं परामर्श के लिए एक माह के स्क्रीनिंग कैंप का शुभारम्भ हुआ | इस शिविर में जिन रोगियों में पुराना कफ, कफ के साथ खून आना, वजन काम होना, साँस लेने में दिक्कत आना व अधिक बार कफ की स्थिति में बदलाव होना इन लक्षणों वाले मरीजों का निशुल्क स्क्रीनिंग की जाएगी । इस पहल का प्रमुख उद्देश्य फेफड़ों के कैंसर के बारे में जागरूकता उत्पन्न करना, इससे बचाव सुनिश्चित करना और इसका पता लगाना है। साथ ही शिविर के माध्यम से कैंसर के इलाज के लिए उपलब्ध अत्याधुनिक सुविधाओं की जानकारी भी दी जाएगी।
शिविर 2 अगस्त, 2022 को शुरू हुआ है और एचसीजी में कैंसर विशेषज्ञ उन मरीजों में फेफड़े के कैंसर का जल्द पता लगाने के लिए परामर्श व जाँच करेंगे |
फेफड़ों का कैंसर दुनिया में सबसे अधिक पाए जाने वाले कैंसरों में शुमार है और स्तन, कोलन तथा प्रोस्टेट कैंसर से कुल मिलाकर जितनी मौत होती हैं उतनी अकेली इस कैंसर से हो जाती हैं। अनुमान है कि दुनिया में कैंसर से होने वाली पांच मौतों में एक फेफड़े के कैंसर से होती है। भारत में ही कैंसर के मामलों में 5.9% फेफड़ों के कैंसर के होते हैं और कैंसर से होने वाली कुल मौतों में 8.1% इसी कैंसर से होती हैं।
शिविर में डॉक्टर से परामर्श के पहले रक्त जांच, स्कैन आदि की मदद से देखा जाएगा कि मरीज को फेफड़ों का कैंसर है या नहीं। कोविड-19 महामारी अब भी जारी है इसलिए पिछले दो वर्ष में फेफड़ों की सेहत बहुत जरूरी हो गई है। यदि आप कोविड-19 के गंभीर संक्रमण से उबरे हैं और काफी समय से दिक्कतें महसूस कर रहे हैं तो इस शिविर में जरूर आएं और समझें कि आपके फेफड़े कैसे काम करते हैं और आपके फेफड़ों में कैंसर की आशंका तो नहीं है।
एचसीजी कैंसर सेंटर, जयपुर में मेडिकल ऑन्कॉलॉजी विभाग के अध्यक्ष डॉ. नरेश सोमानी ने कहा, “जांच से नहीं डरना चाहिए, डरना इस बात से चाहिए कि फेफड़े के कैंसर का पता लगाने में देर न हो जाए। यदि इसका पता शुरुआत में ही लग जाता है तो इसका इलाज करना और सामान्य जीवन जीना संभव है। कई मरीज शुरुआत में इसके लक्षणों को अनदेखा कर देते हैं और हमारे पास तब आते हैं, जब कैंसर फैल चुका होता है। शरीर से मिल रहे संकेतों को समझना चाहिए और समय पर डॉक्टर से मदद लेनी चाहिए।”
फेफड़ों में कैंसर होने की आम वजह धूम्रपान, खराब जीवनशैली और कार्सिनोजन यानी कैंसर करने वाले तत्वों के संपर्क में आना है। एचसीजी कैंसर सेंटर, जयपुर में चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर डॉ. भरत राजपुरोहित ने कहा, “चिकित्सा विशेषज्ञों से लगातार चेतावनी मिलने के बाद भी फेफड़ों का कैंसर दिन पर दिन बढ़ता जा रहा है। दुर्भाग्य की बात है कि यह कैंसर युवाओं में भी मिल रहा है। जांच एवं परामर्श का यह शिविर न केवल शुरुआत में फेफड़ों के कैंसर का पता लगाने में मदद करेगा बल्कि इससे बचाव में भी सहायक होगा।”
फेफड़े के कैंसर की जांच तथा परामर्श का शिविर 2 अगस्त़ 2022 को एचसीजी कैंसर सेंटर, शिप्रा पथ, मानसरोवर सेक्टर 5, मानसरोवर, जयपुर में आरंभ हुआ। सुबह 10 बजे से दोपहर बाद 3 बजे तक चलने वाले शिविर में पहले से रजिस्ट्रेशन कराने की जरूरत नहीं है। मरीज सीधे शिविर में ही आकर रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। शिविर 31 अगस्त, 2022 तक चलेगा।

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