नयी दिल्ली, 20 अक्टूबर, 2022- भारत के सबसे तेजी से बढ़ते बहुक्षेत्रीय शैक्षणिक संस्थानों में से एक और कानूनी शिक्षा के प्रति समर्पित महिन्द्रा युनिवर्सिटीके स्कूल ऑफ लॉ ने अपना तीन वर्षीय अग्रणी एलएलबी (ऑनर्स) प्रोग्राम शुरू करने की आज घोषणा की। इस अनूठे प्रोग्राम का लक्ष्य विधि शिक्षा के क्षेत्र मेंपरिवर्तन लाना और विधि पेशेवरों की एक ऐसी नयी पीढ़ी तैयार करना है जिसके पास कॉरपोरेट लॉ, बिज़नेस लॉ, क्रिमिनल लॉ, इंटरनेशनल लॉ, इंटलेक्चुअलप्रॉपर्टी लॉ, सिविल एवं टेक्नोलॉजी लॉ, प्राइवेट लॉ और पब्लिक लॉ जैसे सभी महत्वपूर्ण क्षेत्रों में विशेषज्ञता हो। इसके पाठ्यक्रम में भारतीय विधि प्रणालीऔर सार्वजनिक अंतरराष्ट्रीय कानून दोनों शामिल किए जाएंगे।
इस समग्र बहुक्षेत्रीय पाठ्यक्रम का उद्देश्य एलेक्टिव ऑनर्स के तौर पर भविष्य के लिए और उद्योग के मुताबिक विशेषज्ञ तैयार करना है। इस मूल्यवर्धन सेविद्यार्थियों को तेजी से बदलते न्यायिक वातावरण के लिए खुद को तैयार करने में मदद मिलेगी और वे हर क्षेत्र में काम करने योग्य पेशेवर बन सकेंगे एवं क्षेत्रविशेष की जटिल जरूरतें पूरी करने में समर्थ होंगे। अग्रणी विदेशी विश्वविद्यालयों के साथ स्कूल ऑफ लॉ के विद्यार्थी आदान प्रदान प्रोग्राम से देश मेंसंभावनाओं के साथ साथ वैश्विक स्तर पर विभिन्न करियर के अवसर उन्हें प्राप्त होंगे।
इस नयी पीढ़ी के एलएलबी (ऑनर्स) कोर्स को प्रारम्भ किए जाने पर महिन्द्रा युनिवर्सिटी के कुलपति डॉक्टर यजुलू मेदुरी ने कहा, महिन्द्रा भारत में सबसे बड़े औरसबसे गतिशील पेशों में से एक वकालत के क्षेत्र में व्यक्ति को सीखने के मामले में और न्यायिक क्षेत्र के प्रति दृष्टिकोण के लिहाज से चुस्त और लचीला होने कीजरूरत है। पिछले दो दशकों में प्रशिक्षित विधि पेशेवरों की मांग तेजी से बढ़ी है। उद्योग के हाल के अनुमान के मुताबिक, वर्ष 2021 में भारत की अग्रणी लॉफर्मों में विधि पेशेवरों की नियुक्ति करीब 15-25 प्रतिशत बढ़ी है और आने वाले वर्षों में इसके और बढ़ने की संभावना है। इस अनूठे एलएलबी (ऑनर्स) प्रोग्राम के पीछे हमारा विजन विद्यार्थियों को कानून की बारीकियों का गहरा ज्ञान देना है जिससे वे समाज सेवा और बेहतरी में अपने ज्ञान का उपयोग करने मेंसमर्थ हो सकें।
स्कूल ऑफ लॉ के डीन डॉक्टर श्रीधर आचार्युलू ने कहा, इस प्रोग्राम को उद्योग के वर्तमान रूख को ध्यान में रखकर डिजाइन किया गया है जिसमें नयीनियामकीय व्यवस्था को परिलक्षित करने वाले विशेष कोर्स शामिल हैं। साथ ही इसमें मूल्यवर्धन करने वाले ऑडिट कोर्स और अन्य क्रेडिट कोर्स शामिल हैं।इनके अलावा, इसमें बीसीआई द्वारा अनुमोदित अनिवार्य कोर्स भी शामिल हैं। उद्योग के साथ हमारे गहरे संबंधों की मदद से और व्यवहारिकएवं उद्योग आधारितसीध पर केंद्रित बहुक्षेत्रीय दृष्टिकोण के साथ हमारा लक्ष्य हमारे विद्यार्थियों को सशक्त बनाना है जिससे वे समाज के सभी वर्गों के लिए न्याय प्राप्त करने, समानता लाने और सेवा करने में समर्थ हो सकें। यह कोर्स अंतरराष्ट्रीय स्तर के विधि पेशेवर तैयार करने पर केंद्रित है जो न्याय क्षेत्र की उभरती जरूरतें पूरी करने में सक्षम हों।
इस तीन वर्षीय एलएलबी (ऑनर्स) प्रोग्राम के लिए विद्यार्थियों की संख्या 60 तक सीमित रखी गई है। इस कोर्स के लिए पात्रता में विद्यार्थियों द्वारा स्नातक में60 प्रतिशत या इसके समान ग्रेड हासिल करना आवश्यक है। विद्यार्थियों को प्रवेश प्राप्त करने के लिए एक पैनल इंटरव्यू से भी गुजरना होगा। प्रवेश के लिए आवेदन प्राप्त करने की अंतिम तिथि 27 अक्टूबर, 2022 है।