दिल्ली गैंगरेप के तीन आरोपी खुद को साबित करेंगे बेगुनाह

दिल्ली गैंगरेप के आरोपियों ने अब अपने बचाव को लेकर कवायद शुरू कर दी है। वकीलों द्वारा उनका मामला न लड़े जाने की तय करने के बावजूद कुछ वकीलों ने इस जघन्य अपराध को करने वाले आरोपियों का केस लड़ने की शुरुआत कर दी है। इस मामले के आरोपी अक्षय ठाकुर, मुकेश और रामसिंह के वकील ने कहा है कि वह पुलिस द्वारा जुटाए साक्ष्यों को कोर्ट में चैलेंज करेंगे।

 

मंगलवार को दिल्ली गैंगरेप मामले में तिहाड़ जेल में बंद सभी पांच आरोपियों से मंगलवार को कुछ वकीलों ने मुलाकात कर वकालतनामा पर उनके हस्ताक्षर लिए हैं। इसके बाद वह इन आरोपियों की पैरवी कर सकेंगे। जेल सूत्रों के अनुसार तिहाड़ में बंद सामूहिक दुष्कर्म के आरोपियों राम सिंह, उसके भाई मुकेश और अक्षय ठाकुर से एक के बाद एक करते हुए दो वकीलों ने मुलाकात की।

 

अधिवक्ता एमएल शर्मा ने दावा किया कि उसने तिहाड़ में जाकर सामूहिक दुष्कर्म के आरोपियों से मुलाकात की है और आरोपी ने अपना मुकदमा लड़ने के लिये उन्हें अपनी सहमति प्रदान की है। उन्होंने कहा है कि वह इस मामले में पुलिस द्वारा जुटाए गए साक्ष्यों को कोर्ट में चैलेंज करेंगे। शर्मा ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि इस मामले में निष्पक्ष सुनवाई हो सकेगी। पांच आरोपियों में से तीन खुद को निर्दोष बताएंगे और सुनवाई की मांग करेंगे।

 

इसके अतिरिक्त एक अन्य अधिवक्ता वीके आनंद की ओर से भी दावा किया गया कि उन्होंने तिहाड़ में जाकर सामूहिक दुष्कर्म के मुख्य आरोपी राम सिंह से मुलाकात की है और वे उसकी ओर से अदालत में मुकदमा लड़ेंगे। शर्मा और आनंद दोनों ने समान रुख अपनाते हुए कहा है कि वह चार्जशीट में लगाए गए आरोपों स्वीकार नहीं करेंगे। वे सुनवाई का सामना करना चाहते हैं। इसके अतिरिक्त तीन अन्य वकीलों को जेल प्रशासन द्वारा आरोपियों को मिलवाए जाने की बात कही गई थी, मगर उन्हें आरोपियों से मिलने की अनुमति नहीं दी गई।

 

error: Content is protected !!