जोधपुर को भी शीघ्र मेट्रो-रेल का तोहफा मिलने की आशा

जयपुर। राजस्थान के दूसरे सबसे बडे़ शहर जोधपुर को भी शीघ्र ही मेट्रो-रेल का तोहफा मिलने की आशा है। केंद्रीय शहरी विकास मंत्राी ने जयपुर की तर्ज पर जोधपुर नगर में भी ’मेट्रो-रेल’ चलाने के लिए अपनी सैद्धांतिक स्वीकृति प्रदान की है तथा राज्य-सरकार को विस्तृत परियोजना रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा है।
केंद्रीय शहरी विकास मंत्राी श्री कमलनाथ और राजस्थान के मुख्यमंत्राी श्री अशोक गहलोत की नई दिल्ली में हुई मुलाकात के बाद यह जानकारी दी गई।
श्री कमलनाथ ने बैठक के बाद बताया कि जोधपुर शहर की बढ़ती आबादी के मद्देनजर राज्य सरकार के प्रस्ताव पर गौर किया जायेगा। उन्होंने बताया कि जोधपुर मेट्रो रेल परियोजना के लिए राज्य-सरकार को विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डी.पी.आर.) तैयार कर भिजवाने को कहा गया है।
उन्होंने बताया कि जोधपुर मेट्रो की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद केंद्र सरकार द्वारा इस पर आवश्यक कार्यवाही एवं औपचारिकताएं पूरी करने के पश्चात् जोधपुर मेट्रो परियोजना के लिए वांछित स्वीकृति प्रदान की जा सकेगी।
मुलाकात के दौरान श्री गहलोत ने बताया कि जोधपुर शहर की आबादी 20 लाख से भी अधिक हो गई है जिसे ध्यान में रखते हुए नगरीय परिवहन सुविधा को और अधिक बेहतर बनाने के लिए जोधपुर शहर में भी मेट्रो रेल की जरूरत महसूस की जा रही है। वेे इस संबंध में पूर्व में भी केन्द्रीय मंत्राी को पत्रा लिख कर उनका ध्यान इस ओर आकर्षित कर चुके हैं।
श्री गहलोत ने आशा व्यक्त की कि जयपुर की तरह जोधपुर नगर को भी शीघ्र ही मेट्रो-रेल का तोहफा मिलेगा। उन्होंने बताया कि राज्य-सरकार द्वारा जोधपुर-मेट्रो के लिए डी.एम.आर.सी से विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डी.पी.आर.) तैयार करवा यथाशीघ्र केंद्र सरकार को प्रस्तुत की जाएगी।
मुलाकात के दौरान श्री कमलनाथ ने बताया कि जयपुर की महत्वाकांक्षी मेट्रो-परियोजना को कंेद्र सरकार द्वारा प्राथमिकता दी जा रही है और इसमें धन की कमी को आडे़ नही आने दिया
जयपुर मेट्रो के लिए धन की कमी आड़े़ नहीं आयेगी
जायेगा। उन्होंने बताया कि परियोजना के कार्य की गति पर भी इसका कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पडे़गा।
श्री कमलनाथ ने बताया कि जयपुर मेट्रो-परियोजना के लिए राज्य-सरकार द्वारा चाही गई केंद्रीय सहायता पर भी विचार विमर्श जारी है और राज्य को शीघ्र ही समुचित सहायता राशि की स्वीकृति मिलने की आशा है।
इसी प्रकार जवाहर लाल नेहरू शहरी नवीनीकरण मिशन कार्यक्रम के अन्तर्गत भी राज्य को उसकी लंबित किश्त का भुगतान यथाशीघ्र करवाने करने के लिए समुचित कार्यवाही की जा रही है।
भंेट के दौरान मुख्यमंत्राी श्री अशोक गहलोत ने बताया कि जयपुर मेट्रो-परियोजना का कार्य तेज गति से करवाया जा रहा है। उन्होंने केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय विशेषकर श्री कमलनाथ द्वारा जयपुर मेट्रो-परियोजना के लिए प्रदर्शित की गई रुचि के लिए उनका आभार व्यक्त करते हुए बताया कि जयपुर मेट्रो-परियोजना के द्वितीय चरण के लिए भी उन्हांेने स्वयं आगे आकर पहल की थी।
मुख्यमंत्राी ने बताया कि राज्य सरकार जयपुर मेट्रो परियोजना के प्रथम चरण के कार्य को जून, 2013 तक पूरा करवाना चाहती है और इसके लिए केन्द्र से 20 प्रतिशत इक्विटी अंशदान के रूप में सहायता की जरूरत है। उन्होंने बताया कि केन्द्र सरकार ने जयपुर मेट्रो परियोजना के लिए अपनी हिस्सा राशि देने के लिए सैद्धांतिक रूप से सहमति व्यक्त कर दी है, लेकिन वांछित वित्तीय स्वीकृति एवं धन राशि जारी नहीं हुई है। उन्होंने आग्रह किया कि केन्द्र से यह राशि शीघ्र ही जारी करवाई जाए।
इसी प्रकार उन्होंने जनता से मिले फीडबैक और जयपुर मेट्रो परियोजना के कारण जयपुर शहर की पुर्ननिर्धारित बी.आर.टी.एस. प्रोजेक्ट को मंजूरी दिलवाने के साथ ही जवाहर लाल नेहरू शहरी नवीनीकरण मिशन के अंतर्गत हाथ में लिए गये कार्याे को पूरा करने के लिए केन्द्र से आवश्यक धनराशि जारी करवाने का भी आग्रह किया।

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