धर्मेंद्र प्रधान ने भारत के पहले स्किल इंडिया सेंटर का उद्घाटन किया

ओडिशा, फरवरी, 2024: केंद्रीय शिक्षा एवं कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान ने आज कहा कि भारत को 21वीं सदी में अपनी विकास यात्रा को आगे बढ़ाने के लिए कुशल और सक्षम कार्यबल की आवश्यकता है। न्यू-एज और भविष्य के कौशल, दुनिया के मार्केट में काफी अधिक कीमत पर उपलब्ध हैं और इसे महसूस करते हुए, हम गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की पहुंच को जन-जन तक पहुँचाने और महत्वाकांक्षी युवाओं के लिए समान अवसर स्थापित करने का प्रयास कर रहे हैं। केंद्र में कम लागत वाले कोर्स की शुरूआत बड़े पैमाने पर युवाओं को सशक्त बनाएगी और उन्हें उभरते जॉब मार्केट का हिस्सा बनाएगी।
आज ओडिशा के संबलपुर में भारत के पहले स्किल इंडिया सेन्टर (एसआईसी) के उद्घाटन पर युवाओं को संबोधित करते हुए, केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि नए युग के जॉब रोल में स्किल ट्रेनिंग प्रोग्रामों का नेतृत्व करके, हम मांग संचालित उद्योगों में अमृत पीढ़ी के स्किल सेट को अपग्रेड करेंगे और हमारा लक्ष्य इस सेन्टर के माध्यम से 1200 से अधिक छात्रों को सशक्त बनाना है।
इस लॉन्च पर बोलते हुए, केंद्रीय शिक्षा एवं कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा, “माननीय प्रधानमंत्री, श्री नरेंद्र मोदी के युवाओं को नए युग के कौशल के साथ सशक्त बनाने के विज़न के साथ, ओडिशा के पहले स्किल इंडिया सेंटर का संबलपुर में उद्घाटन किया गया है। स्किल इंडिया सेंटर युवा आबादी के एक बड़े हिस्से को मांग-संचालित व्यापारों में रोजगार योग्य कौशल से लैस करेगा, इन्डस्ट्री के लिए तैयार वर्कफोर्स तैयार करेगा, उद्यमिता को प्रोत्साहित करेगा और स्किलिंग ईकोसिस्टम को मजबूत करेगा। यह समृद्धि को बढ़ाने वाला होगा।”
यह पहल मीडिया एंड इंटरटेनमेन्ट, लेदर, टूरिज़्म एंड हॉस्पिटैलिटी, और आईटी-आईटीईएस जैसे उच्च मांग वाले व्यवसायों में युवा शक्ति की क्षमताओं और ज्ञान का निर्माण करने के लिए डिज़ाइन की गई है। इसके
अलावा, कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय (एमएसडीई) के सचिव श्री अतुल कुमार तिवारी और एनएसडीसी के सीईओ एवं एनएसडीसी इंटरनेशनल के एमडी श्री वेद मणि तिवारी ने कार्यक्रम को संबोधित किया।
यह पहल एक अनुकूल लर्निंग का वातावरण बनाने की दिशा में एक प्रगतिशील कदम है जो क्लासरूम और वर्क-बेस्ड लर्निंग के अनूठे मेल के माध्यम से युवाओं को इन्डस्ट्री-स्पेसिफिक स्किल के साथ सशक्त बनाता है। यह सेन्टर बेस्ट-इन-क्लास इन्फ्रास्ट्रक्चर, अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी और माडर्न फैसिलिटी से सुसज्जित है जो फॉर्मल स्किल की मांग को बढ़ाएगा और युवाओं को संबंधित क्षेत्रों में सफल होने के लिए आवश्यक कौशल हासिल करने में सक्षम बनाने में बढ़ावा देने का काम करेगा। विकास को आगे बढ़ाने के लिए, ग्रामीण विकास को गति देने, स्थानीय उद्यमिता को बढ़ावा देने और सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए डेमोग्राफिक डिविडेन्ड की क्षमता का उपयोग करने के लिए पूरे सहयोग के साथ प्रयास किए जा रहे हैं।
एसआईसी इन्डस्ट्री एक्सपर्ट के साथ करिकुलम डिजाइन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा जो उद्योग की बदलती जरूरतों के अनुरूप होगा, मानकीकरण को बढ़ावा देगा और रोजगार के अवसर पैदा करेगा जिससे उद्योगों में कुशल प्रतिभा की मांग को पूरा किया जा सकेगा। यह युवाओं के लिए एक उल्लेखनीय अवसर है जिसका उद्देश्य माडर्न टेक्नोलॉजी का लाभ उठाना, टेक्नोलॉजी-ड्रिवन लर्निंग के अनुभव प्राप्त करना और प्रसिद्ध संगठनों के साथ संभावित कैरियर के रास्ते तलाशना है।
ट्रेनिंग ईकोसिस्टम के निर्बाध कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए, राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) एक सेन्टर मैनेजर को नामित करेगा जो प्रशिक्षण कार्यक्रमों के कार्यान्वयन की निगरानी करेगा, गुणवत्ता मानकों का पालन सुनिश्चित करेगा और सेन्टर की पूरी कार्यप्रणाली सुनिश्चित करेगा। यह परिवर्तनकारी कदम लोगों को शिक्षा प्राप्त करने, नए कौशल हासिल करने और रोजगार संपर्क के नए रास्ते दिखाएगा।
इस आयोजन के बाद, ओडिशा में आने वाले स्किल इंडिया सेन्टर का उद्घाटन अंगुल, भद्रक, ढेंकनाल, तालचेर और देवगढ़ में किया जाना है। उच्च आर्थिक विकास क्षेत्रों को लक्षित करके, ओडिशा में प्रत्येक एसआईसी का लक्ष्य उन उद्योगों की विशिष्ट कौशल आवश्यकताओं की बात करना है जिनमें क्षेत्रीय विकास को बढ़ावा देने और स्थायी रोजगार के अवसर पैदा करने की क्षमता है।
इस वर्ष की शुरुआत में, केंद्रीय मंत्री ने कौशल रथ पहल शुरू की थी, जिसमें ओडिशा के संबलपुर, अंगुल और देवगढ़ जिलों में इच्छुक उम्मीदवारों को स्किल ट्रेनिंग और सर्टिफिकेशन देने के लिए बसें डिज़ाइन की गई हैं। इसने पहले ही 4000 उम्मीदवारों को विभिन्न कोर्स मॉड्यूल में प्रशिक्षण प्रदान किया है, जिससे डिजिटल साक्षरता, रीटेल और उद्यमशीलता कौशल और क्षेत्र के समावेशी विकास को बढ़ावा मिला है
संबलपुर के होनहार, उत्साही और दृढ़ निश्चयी युवाओं में अपार संभावनाएं हैं जिनका लाभ घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में उनके प्लेसमेंट और रोजगार की संभावनाओं को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करने वाले कौशल विकास और वोकेशनल ट्रेनिंग की पहल के माध्यम से उठाया जाएगा।
इन सुविधाओं के कार्यान्वयन से भारत में स्किलिंग लैंडस्केप में क्रांतिकारी बदलाव आएगा, जिससे बेहतर पहुंच, व्यक्तिगत सीखने के अनुभव और बेहतर कैरियर के लिए मार्गदर्शन मिलेगा। यह सीखने वालों को प्रासंगिक कौशल हासिल करने, इन्डस्ट्री के ट्रेन्ड से अपडेट रहने और भारत के वर्कफोर्स के विकास में प्रभावी ढंग से योगदान करने में सक्षम बनाएगा।

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