फ्लैग मीटिंग के लिए भारत के बुलावे पर पाक ने नहीं दिया जवाब

सीमा पर दो भारतीय जवानों की निर्मम हत्या के बाद उपजे तनाव को कम करने की कोशिश के बजाय पाकिस्तान इसे बढ़ा रहा है। भारत ने पाकिस्तान सेना को ब्रिगेडियर स्तर की फ्लैग मीटिंग के लिए बुलाया है, परंतु पड़ोसी देश की ओर से इस मीटिंग के प्रस्ताव पर अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। उल्टा पाकिस्तान ने गुरुवार को हुई गोलीबारी का आरोप भारत पर मढ़ते हुए भारतीय उच्चायुक्त को तलब कर कूटनीतिक चेतावनी दी। पुंछ में एलओसी व्यापार रोकने के अगले ही दिन शुक्रवार को पाकिस्तान ने दोनों देशों के बीच हर सोमवार को जम्मू संभाग में आने-जाने वाली राह-ए-मिलन बस सेवा भी रोकने के आदेश दे दिए।

इसके अलावा पाकिस्तानी सेना ने लगातार दूसरे दिन भारत की आठ चौकियों पर ताबड़तोड़ गोलीबारी की और सीमा पर फौज का जमावड़ा भी बढ़ा दिया है। भारतीय इंटेंलिजेंस की सूचनाओं के मुताबिक पाकिस्तान ने अपने सैन्यकर्मियों की सभी तरह की छुट्टियां निरस्त कर दी गई हैं। भारतीय सेना और वायु सेना की तरफ से पुंछ और राजौरी सेक्टर की निगरानी बढ़ा दी गई है। पाकिस्तान के इन कदमों को देखते हुए भारत ने भी सीमा पर हाई अलर्ट कर दिया है।

सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान की तरफ से कृष्णा घाटी और मेंढर सेक्टर के पास सोनागली की तरफ करीब आठ पोस्टों पर शुक्रवार को लगातार फायरिंग हुई।

बढ़े तनाव को गंभीर चिंता का सबब बताते हुए रक्षामंत्री एके एंटनी ने कहा कि पाकिस्तान की ओर से जारी गोलीबारी में दो सैनिकों की हत्या एक ‘टर्निग पाइंट’ था। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में पर्याप्त फौज है और सरकार भारत के हितों की हिफाजत के लिए हर मुमकिन प्रयास करेगी। सूत्रों के मुताबिक मेंढर की घटना के बाद फौजी तैयारियों को चुस्त करने के साथ सैनिकों का मनोबल बढ़ाने के लिए आला अधिकारियों को जम्मू-कश्मीर भेजने पर विचार हो रहा है। प्रधानमंत्री कार्यालय ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिवशंकर मेनन और रक्षा सचिव शशिकांत शर्मा के साथ बैठक कर हालात की समीक्षा की।

भारत ने पाकिस्तान को सीमा पर ब्रिगेडियर स्तर की फ्लैग मीटिंग के लिए भी बुलाया है। लेकिन पाकिस्तान की तरफ से इसका अभी तक कोई जवाब नहीं आया है। सूत्रों के अनुसार यह बैठक सेना की 10 ब्रिगेड के अधिकार क्षेत्र वाले बलनोई में हो सकती है। यह स्थान बारासिंघा से कुछ ही दूरी पर है जहां पाक सैनिकों ने घुसपैठ कर दो भारतीय सैनिकों की नृशंस हत्या की थी।

पाकिस्तानी तेवरों पर अपना रुख सख्त करते हुए भारत ने राजनयिक स्तर पर भी पड़ोसी देश को खरी-खरी सुनाई है। शुक्रवार को पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने भारतीय उच्चायुक्त शरत सभरवाल को तलब कर 10 जनवरी को नियंत्रण रेखा पर हाट स्प्रिंग सेक्टर में हुई गोलीबारी की तोहमत मढ़ी, जिसमें कथित तौर पर उसका एक सैनिक मारा गया था। विदेश मंत्रालय के मुताबिक इस दौरान भारत ने स्पष्ट किया कि गोलीबारी की शुरुआत पाकिस्तान की ओर से की गई थी।

भारत ने यह भी कहा है कि दोनों मुल्कों के बीच 2003 का युद्धविराम समझौता ही विश्वास बहाली का सबसे बड़ा उपाय है। पाक को यह स्पष्ट कर दिया गया है कि अगर शांति समझौता का पालन नहीं किया जाता तो उसे जवाबी कार्रवाई और उनके नतीजों के लिए तैयार रहना चाहिए।

अमेरिका जैसा साहस दिखाए भारत

नियंत्रण सीमा पर भारतीय जवान के साथ हुई घिनौनी घटना पर सरकार को ललकारते हुए भाजपा ने ‘अमेरिका जैसा साहस’ दिखाने को कहा है। भाजपा प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने कहा, ‘ओसामा बिन लादेन को दंडित करने के लिए जो अधिकार अमेरिका के पास था, कुछ वैसा साहस भारत को भी दिखाना चाहिए।’ उन्होंने सरकार को आगाह किया कि जनता की संवेदना को समझें और तब तक पाक से कोई बातचीत नहीं करें जब तक वह हाफिज सईद जैसे आंतकी भारत को नहीं सौंपता है।

भारतीय फौजियों के साथ हुए सलूक और देश के अंदर नक्सलियों की करतूत का हवाला देते हुए शाहनवाज ने देश की सुरक्षा पर चिंता जताई। उन्होंने कहा, नक्सलवाद से निपटने के तरीके पर सरकार और खुद कांग्रेस के अंदर सहमति नहीं है। वह अब तक इसके लिए कोई रूपरेखा नहीं बना पाई है,जबकि सीमा पर दृढ़ता नहीं है। पाकिस्तान से रिश्तों को बेहतर बनाने के प्रयास जरूर होते रहने चाहिए लेकिन अपनी मर्यादा को भी नहीं भूलना चाहिए।

पाक ने वादा किया था कि वह आतंकवाद के लिए अपनी जमीन का उपयोग नहीं होने देगा, लेकिन हाफिज सईद जैसे आतंकी सरगना सरेआम वहां घूम रहे हैं। शाहनवाज ने कहा,भारत सरकार जनता की भावना समझे और उसी आधार पर पाक पर दबाव डाले कि हाफिज को भारत को सौंपे। वरना दोनो देशों के बीच बातचीत बेमानी है।

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