सेमी और आईईएसए की रणनीतिक पहलें से बढ़ेगा ईसीएमएस का प्रभाव

नई दिल्ली, अप्रैल 2025- इलेक्ट्रॉनिक्स कम्पोनेंट्स मैन्युफैक्चरिंग स्कीम (ईसीएमएस) के शुभारंभ पर इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय को बधाई देते हुए, सेमी इंडिया और आईईएसए के अध्यक्ष श्री अशोक चांडक ने कहा, ’’ईसीएमएस पहल भारत के इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग ईकोसिस्टम को मजबूत करने और देश में वैल्यू ऐडिशन बढ़ाने में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है, जिससे सेमीकंडक्टर नीति हेतु समर्थन को पूर्णता मिलेगी।’’

26 अप्रैल 2025 को माननीय केंद्रीय मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव द्वारा योजना के दिशानिर्देश और पोर्टल जारी करने के अवसर पर बोलते हुए, श्री चांडक ने इस बात पर जोर दिया कि एसईएमआई और आईईएसए इस योजना को बढ़ाने और इसके प्रभाव को बढ़ाने के लिए कई रणनीतियों को लागू कर रहे हैं, जिनमें शामिल हैं:

  1. अंतर्राष्ट्रीय सहयोग:जापान, कोरिया, ताइवान, सिंगापुर और अमेरिका के उद्योग संघों के साथ सेमी ग्लोबल और आईईएसए के समझौता ज्ञापनों (एमओयू) के जरिए हम भारत में इलेक्ट्रॉनिक्स कम्पोनेंट ईकोसिस्टम को बढ़ाने के लिए अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा दे रहे हैं। हम निवेश आकर्षित करने और वैश्विक बाजारों की संभावना के साथ ईकोसिस्टम विकसित करने के लिए घरेलू और वैश्विक दोनों प्लैटफार्मों पर भारत की नीतियों को सक्रिय रूप से बढ़ावा देते हैं।
  1. राज्य स्तरीय साझेदारियां:नॉलिज पार्टनर के रूप में सेवा देते हुए आईईएसए ने ’मेक इन इंडिया – मेक फॉर द वर्ल्ड’ पहल के मुताबिक विभिन्न क्षेत्रों में कम्पोनेंट मैन्युफैक्चरिंग सहित ईएसडीएम को बढ़ावा देने के लिए कई राज्य सरकारों के साथ एमओयू किए हैं।
  1. वितरकों के साथ जुड़ाव:अधिकांश वैश्विक और भारतीय कम्पोनेंट डिस्ट्रीब्यूटर सेमी और आईईएसए के सदस्य हैं। हमारा उद्देश्य भारत और वैश्विक स्तर पर कम्पोनेंट निर्माताओं और उपयोगकर्ता उद्योगों की वितरण और भंडारण आवश्यकताओं का समर्थन करना है।
  1. ईएमएस और ओईएम उद्योगों का समर्थन:हमारी सदस्य कंपनियों में इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग सेवाएं (ईएमएस) और ओरिजिनल इक्विपमेंट निर्माता (ओईएम) शामिल हैं, जो प्लांट्स में निवेश करने और उन्हें स्थापित करने के लिए उत्सुक हैं, जिससे मांग और स्थानीय स्तर पर वैल्यू ऐडिशन को बढ़ावा मिलेगा।
  1. नीतियों का वैश्विक प्रचार:हम निवेश आकर्षित करने और वैश्विक बाजारों की संभावना के साथ ईकोसिस्टम विकसित करने के लिए घरेलू और वैश्विक दोनों प्लैटफार्मों पर भारत की नीतियों को सक्रिय रूप से बढ़ावा देते हैं। सितंबर के पहले सप्ताह में होने वाले सेमीकॉन इंडिया कार्यक्रम में, हमें उम्मीद है कि कई कंपनियां और सदस्य इस दिशा में प्रगति दर्शाएंगे।

22,919 करोड़ रुपये के कुल बजट के साथ ईसीएमएस का लक्ष्य 59,350 करोड़ रुपये का निवेश आकर्षित करना है, जिसके परिणामस्वरूप 4,56,500 करोड़ रुपये मूल्य के उत्पादों का उत्पादन होगा और 91,600 व्यक्तियों के लिए अतिरिक्त प्रत्यक्ष रोजगार बनेगा, जिससे इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग के लिए वैश्विक केंद्र के रूप में भारत की स्थिति मजबूत होगी।

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