वो पांच विवाद जिनसे हिल गया बॉलीवुड

कमल हासन की फिल्म विश्वरूपम पर संकट के बादल छाए हुए हैं। तमिलनाडु सरकार ने फिल्म पर प्रतिबंध लगा दिया है। अब फिल्म रिलीज कराने के लिए कमल हासन न्यायालय का दरवाजा खटखटा रहे हैं। बॉलीवुड में फिल्मों के साथ विवाद का एक गहरा नाता है। आजकल तो फिल्म हिट कराने में विवाद अहम भूमिका निभा रहे हैं। चलिए हम आपको बॉलीवुड की पांच विवादित फिल्मों के बारे में बता रहे हैं।

-साल 2011, आरक्षण फिल्म को उत्तर प्रदेश और पंजाब में प्रतिबंधित किया गया। आरक्षण फिल्म की संवाद को लेकर वर्ग विशेष में नाराजगी थी। फिल्म रिलीज होने से पहले तक अधिकतर लोगों को लगता था कि फिल्म आरक्षण में रिजर्वेशन के समर्थन और विरोध की कहानी होगी। फिल्म रिलीज होने के बाद कई लोगों की शंकाएं खत्म हुईं। लेकिन इस फिल्म के कुछ डायलॉग की वजह से यूपी और पंजाब में इस पर बैन लगा दिया गया।

-माई नेम ईज खान की रिलीज के दौरान भी ऐसी ही कुछ बातें कही गई थीं कि इस फिल्म में कुछ ऐसे नाम और दृश्य हैं जो एक समुदाय के विरोध में हैं। इतना ही नहीं शिवसेना ने मुंबई समेत पूरे महाराष्ट्र में इस फिल्म के विरोध में काफी हंगामा किया। कई सिनेमा घरों में तोड़ फोड़ की।

-फिल्म बिल्लू पर भी जातिसूचक शब्द का उपयोग करने की वजह से काफी हंगामा हुआ। अंत में सैलून और पार्लर एसोसिएशन के विरोध के बाद फिल्म के नाम से बार्बर शब्द हटाया गया।

-साल 2005 में आई फिल्म वाटर, विधवाओं की जिंदगी पर बन रही फिल्म की वाराणसी में हो रही शूटिंग को बीच में ही रोकना पड़ा। वाराणसी के पुजारियों ने इतना विरोध किया कि प्रशासन भी यूनिट को सुरक्षा देने में असफल होने लगी। आखिरकार वाराणसी में शूटिंग नहीं हो सकी।

-2007 में आई फिल्म परजानिया। राहुल ढोलकिया ने गुजरात दंगों पर यह फिल्म बनाई। कई कंट्टर हिन्दु संगठनों ने इसका जमकर विरोध किया। इसके बाद गुजरात में इस फिल्म के प्रदर्शन पर रोक लगी।

error: Content is protected !!