दिल्ली में होगी बारिश और पड़ेंगे ओले

उत्तर भारत के मैदानी इलाके शुक्रवार को भी घने कोहरे की सफेद चादर में ढके हुए दिखाई दिए। इसके चलते सड़क,रेल यातायात के साथ ही विमानों के संचालन पर भी बहुत बुरा असर पड़ा है। इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर दृश्यता का स्तर इतना गिर गया कि इसके चलते शुक्रवार की सुबह सभी उड़ानों को दो से तीन घंटे के लिए रोक दिया गया, जबकि 50 के संचालन में देरी हुई। दिल्ली से आने जाने वाली कई ट्रेनें रद्द कर दी गई है।

मौसम विशेषज्ञों की माने तो अगले सप्ताह से दिल्ली में मौसम का मिजाज पूरी तरह से बदल जाएगा। राजधानी में बारिश के साथ ओले पडे़ंगे और फिर एक बार कड़ाके की ठंड। गुरुवार को भी मौसम का मिजाज कुछ ऐसा ही था। विजिबिलिटी 100 मीटर से नीचे चली गई है। जिसकी वजह से यात्रियों को कठिनाईयों का सामना करना पड़ा। अधिकांश मैदानी हिस्सों में तापमान में गत दिनों की अपेक्षा इन दिनों गिरावट दर्ज हुई है। कश्मीर में पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से बर्फबारी व बारिश का सिलसिला शुरू हो गया है। इसके चलते एक बार फिर से ठंड बढ़ने की संभावना है।

राजधानी दिल्ली व उसके आसपास के क्षेत्रों में गुरुवार लोगों को घने कोहरे से दो चार होना पड़ा। दिल्ली पहुंचने वाली दर्जनों ट्रेनें घंटों की देरी से पहुंची। सड़कों पर वाहन रेंगते नजर आए और दिन में भी हेडलाइट जलानी पड़ी।

राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में गुरुवार को दिन भर हल्के बादल छाए रहने के बावजूद गत दिनों की अपेक्षा तापमान में थोड़ी वृद्धि दर्ज की गई। इससे लोगों को गलन से राहत मिली। दिल्ली में न्यूनतम तापमान 7.1 डिग्री सेल्सियस दर्द किया गया।

महीने भर से कड़कड़ाती ठंड की मार झेल रहे पड़ोसी राज्य हरियाणा व पंजाब के लोगों को गुरुवार को थोड़ी राहत मिली। दोनों राज्यों में तापमान सामान्य से तीन डिग्री तक ऊपर दर्ज किया गया। अपने न्यूतनम तापमान छह डिग्री सेल्सियस के साथ लुधियाना दोनों राज्यों में सबसे ठंडा स्थान रहा। यहां लोगों को ठंड से थोड़ी राहत तो मिली, लेकिन घने कोहरे ने जनजीवन बेहाल कर दिया। हरियाणा में जगह-जगह हादसे हुए, जिसमें पांच लोगों की जान चली गई, जबकि 43 जख्मी हो गए। उत्तर प्रदेश में भी लोगों को गत दिनों की अपेक्षा ठंड से थोड़ी राहत मिली, लेकिन कोहरे से सूबे के पश्चिमी भाग में यातायात व्यवस्था चरमरा गई। राज्य में सबसे कम तापमान बिजनौर में 4.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

पहाड़ों पर हिमपात व बारिश शुरू

कश्मीर के वायुमंडल में पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से गुरुवार को उच्च पर्वतीय इलाकों में हल्के हिमपात व बारिश का सिलसिला शुरू हो गया। पश्चिमी विक्षोभ 4, 5 और 6 फरवरी को पूरी तरह से सक्रिय हो जाएगा। इससे मौसम के तेवर बिगड़ जाएंगे व पर्वतीय इलाकों के साथ निचले क्षेत्रों में भारी बर्फबारी हो सकती है। जम्मू-कश्मीर में सबसे कम तापमान कारगिल में शून्य से 13.6 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया।

बादल छाए, बढ़ी ठंड

हिमाचल प्रदेश में दो दिनों से आसमान में छाए बादलों से ठंड का प्रकोप बढ़ गया है। राज्य में तीन फरवरी से पश्चिमी विक्षोभ का असर देखने को मिल सकता है। इसके चलते बर्फबारी व बारिश होगी। राज्य में 16 और 17 जनवरी को हुई बर्फबारी की वजह से अब भी दूरदराज व जनजातीय क्षेत्रों में हालात नहीं सुधर पाए हैं। कई इलाकों में बिजली आपूर्ति तो सुचारू बना दी गई है पर सड़कें खोलने में लोक निर्माम विभाग नाकाम रहा है। इसके चलते लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

धूप-छांव का खेल जारी

उत्तराखंड के पहाड़-मैदान में धूप-छांव का खेल जारी है। आसमान में घुमड़ रहे बादल जल्द बरसने की उम्मीद जगा रहे हैं। गढ़वाल मंडल के मैदानी व पर्वतीय क्षेत्र के कई हिस्सों में पिछले चार दिन से बादलों की चादर पसरी हुई है। कुमाऊं की तराई बेल्ट में गुरुवार को धूप खिली रही और पिथौरागढ़, अल्मोड़ा व नैनीताल में धूप-छांव का खेल चलता रहा। राज्य में दो फरवरी को अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बारिश की संभावना है। जबकि तीन के बाद पर्वतीय क्षेत्र में भारी वर्षा व बर्फबारी हो सकती है।

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