भारत बंद हुआ उग्र, कहीं तोड़फोड़ तो कहीं फायरिंग

marketनई दिल्ली। महंगाई के विरोध में मजदूर संगठन, ट्रेड यूनियन और सरकारी कर्मचारियों की ओर से देशव्यापी बुलाई गई दो दिवसीय हड़ताल का राजधानी समेत देश के अन्य क्षेत्रों पर गहरा असर देखने को मिला है। हड़ताल ने केंद्र के साथ-साथ राज्यों में भी खलबली मचा दी है। कई शहरों में हड़ताल ने हिंसक रूप ले लिया है। कहीं गाड़ियों के शीशे तोड़े गए, कहीं दमकल की गाड़ियां जलाई गई, तो कहीं फायरिंग हुई। हरियाणा में तो हड़ताल के दौरान छिड़े विवाद में एक व्यक्ति की मौत तक हो गई। वहीं उत्तर प्रदेश की औद्योगिक नगरी नोएडा में जगह-जगह हिंसक विरोध प्रदर्शन जारी हैं। लोग अलग-अलग तरीके से सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन करते नजर आए।

हरियाणा में एक की मौत

कर्मचारी यूनियनों की दो दिवसीय हड़ताल ने हरियाणा के अंबाला में एक व्यक्ति की जान ले ली। यहां रोडवेज की बसें नहीं चलने से लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। अंबाला में तड़के बसों को रोकने की कोशिश में एक कर्मचारी नेता बस की चपेट में आ गया और उसकी मौत हो गई। इससे नाराज कर्मियों ने जमकर हंगामा और तोड़फोड़ की। स्थिति बुरी तरह से तनावपूर्ण बनी हुई है। गुस्साए कर्मचारियों ने पुलिस उपायुक्त अंबाला शहरी तथा बलदेव नगर थाना प्रभारी के वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया।

इसके साथ ही कर्मचारी संगठनों ने मृतक के परिवार को तीस लाख मुआवजा, एक सदस्य को नौकरी, एसीपी, डीसीपी, डीआरओ और रोडवेज के जीएम के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करने की मांग की है। अन्यथा दो घंटे बाद वे जीटी रोड जाम कर देंगे। इस बीच, आंदोलनकारियों ने राजपुरा में रेलवे ट्रैक जाम कर दिया है, जिससे पंजाब से आने वाली ट्रेनें रोक दी गई हैं। उधर, कैथल में प्रदर्शनकारियों की पत्थरबाजी में कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। पुलिस ने हल्का बल प्रयोग किया।

पानीपत, करनाल, अंबाला, कुरुक्षेत्र, कैथल, जींद और रोहतक समेत विभिन्न जगहों पर सरकारी दफ्तरों में कोई काम नहीं हुआ। कर्मचारी दफ्तरों के बाहर धरने पर बैठकर सरकार विरोधी नारे लगाते रहे। कैथल, जींद, झज्जर, कुरुक्षेत्र में रोडवेज की बसें बिल्कुल नहीं चलीं, जीटी रोड पर इक्का-दुक्का बसें जरूर दिखीं, लेकिन उनमें भी कोई खास भीड़ नहीं थी। पानीपत ने पंजाब नेशनल बैंक हड़ताल में शामिल नहीं हुआ। हालांकि थर्मल में व्यापक असर दिखा। बैंकों में कामकाज नहीं होने से लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा और करोड़ों रुपये का कारोबार प्रभावित हुआ है। बिजली कर्मचारी भी हड़ताल में शामिल हैं, लेकिन उन्होंने बिजली आपर्ति बाधित नहीं करने की घोषणा की है।

अंबाला शहर रोडवेज डिपो में सुबह करीब साढ़े चार बजे एक कर्मचारी नेता उस समय बसों की चपेट में आ गया जब वह डिपो से निकाली जा रही बसों को रोकने का प्रयास कर रहा था। रोडवेज में ड्राइवर नरेंद्र सिंह चढ्डा (55) कर्मचारी महासंघ से संबंधित रोडवेज यूनियन में अंबाला इकाई के कोषाध्यक्ष थे।

उत्तर प्रदेश में कई जगह हिंसा

उत्तर प्रदेश के नोएडा में कई जगहों से की तोड़फोड़, आगजनी की खबरें हैं। हड़ताल के पहले दिन ही नोएडा के सेक्टर 62 और 63 में कर्मचारियों ने सड़कें जाम कर दी। नोएडा के फेज-2 इंडस्ट्रियल एरिया स्थित होजरी कॉम्प्लेक्स एरिया में करीब 300 हड़ताली कर्मचारियों ने एक-दो कंपनियों के शीशे तोड़ दिए हैं। नोएडा के सेक्टर-63 में भी तोड़फोड़ की खबर है। प्रतक्षदर्शियों ने बताया कि इलाके में तनाव की स्थिति बनी हुई है। हालत इतने बेकाबू हो गए की पुलिस को स्थिति का सामना करने आना पड़ा।

उधर, हापुड़ में भी नगर विधायक गजराज सिंह के बेटे बॉबी ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर हड़ताली इलाकों में जमकर फायरिंग की। पुलिस ने विधायक के बेटे बॉबी को छोड़ उसके पांच दोस्तों को हिरासत में ले लिया है।

पश्चिम बंगाल में व्यापक असर

हड़ताल का सबसे ज्यादा असर बंगाल में देखने को मिल रहा है। राजधानी कोलकाता में माकपा समर्थित ट्रेड यूनियनों के सदस्यों ने जगह-जगह प्रदर्शन किए। कई जगहों पर प्रदर्शनकारियों जबरन बंद कराते देखा गया।

दिल्ली में ऑटो व टैक्सी बंद

देश की राजधानी दिल्ली में ऑटो रिक्शा और टैक्सी बंद होने के कारण लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यहां भी अपनी मांगों के समर्थन में विभिन्न ट्रेड यूनियन के सदस्य सड़कों पर उतरे। कुछ जगहों से छिटपुट हिंसा की खबर है।

उधर, बिहार, झारखंड, ओडिशा, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ में बंद का असर देखा जा रहा है। हालांकि पश्चिम भारत के महाराष्ट्र और गुजरात में बंद मिला-जुला असर देखा गया। मुंबई में लोकल और बस सेवा बिना किसी दिक्कत के जारी है। यहां टैक्सियां अन्य दिनों की उपेक्षा कम जरूर चल रही हैं।

error: Content is protected !!