भोज के साथ हुआ एकादश कुंड महारूद्रीय यज्ञ का समापन

ch1ch2छतरपुर। सरानी दरवाजे के बाहर महालक्ष्मी मंदिर में 9 दिन तक चलने वाले एकादश महाकुण्ड रूद्रीय यज्ञ का आज महारूद्राभिषेक पूर्णाहूति ब्राहण भोज एवं प्रसाद वितरण के साथ समापन कर दिया गया। समापन के दौरान भारी संख्या में भक्तगण मौजूद रहे। यज्ञ का शुभारंभ 3/3/13 रविवार को विशाल शोभायात्रा निकालकर किया गया था उसके बाद सोमवार को देवताओं का पूजन आवाहन, मंगलवार को अरणी मंथन द्वारा अग्नि प्रज्जवलित कर यज्ञ का शुभारंभ किया गया उसके बाद प्रतिदिन यज्ञाचार्य डा. राजीव रंजन पाण्डेय द्वारा विधिवत पूजन कर 31 विद्यान पंडितो के मत्रोच्चारण से 51,000 आहूतियां दी गयी। यज्ञ में 33 करोड़ देवताओं का आवाहन किया गया। प्रतिदिन सुबह 8 बजे से शाम 3.30 तक यज्ञ कुं ण्ड में आहूतियां दी गयी दिनांक 10 रविवार को शाम 7 बजे से भजन संध्या रात्रि जागरण , एवं रुदाभिषेक का आयोजन किया गया। प्रतिदिन पं. नवल किशोर जी महाराज के मुखार बिंद से चलने वाली रामकथा में भक्त जमकर थिरके। रामकथा के बाद यज्ञ के सबसे बड़े सहयोगी आलोक चतुर्वेदी पज्जन भैया महाराज ।

श्री 108 नवल किशोर महाराज स्फटिक के शिवलिंग भेंट किये गये। आरती के दौरान सांसद जीतेन्द्र सिंह बुन्देला कांग्रेस के वरिष्ठ नेता संतोष अग्रवाल, हरी अग्रवाल सम्पादक छतरपुर भ्रमण, जगदीश शुक्ला, सुशील अग्रवाल , सहित भारी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। इस अवसर पर यज्ञ में बैठे सभी जजमानों को महाराज जी द्वारा शिवलिंग भेंट किये गये रात्रि में उनका मत्रोच्चारण के साथ रुदाभिषेक कराया गया तत्तपश्चात बाहर से आये महाराजजनों यज्ञाचार्य आर्चायों का सम्मान कर वस्त्र भेंट किये गये। कार्यक्रम के आयोजक पं. एसलव पाण्डे , पं. ओमप्रकाश शर्मा, पं. अखिलेश पाठक, पं. जवाहर लाल द्विवेदी, पं. शशिभूषण त्रिपाठी, ने सभी का आभार व्यक्त किया गया।

– संतोष गैंगेंले

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