सात बयान: बेनी बाबू, जब भी मुंह खोलते हैं विवाद ही होता है

bany prasad vermaनई दिल्ली। केंद्रीय इस्पात मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा ने समाजवादी पार्टी प्रमुख मुलायम सिंह यादव पर निशाना साधते हुए उनके संबंध आतंकियों से बताए। इस पर मुलायम सिंह यादव ने पलटवार करते हुए कहा कि मुसलमानों के लिए काम करने, उनके हित के लिए लड़ने के बदले में कोई मुझे कुछ भी कहे फर्क नहीं पड़ता है। बेनी के इस बयान पर सपा बौखला गई। छोटे से बड़े सभी नेताओं के निशाने पर बेनी आ गये हैं। वैसे बेनी जब भी बोलते हैं विवाद ही होता है। चलिए उनके अब तक के सात विवादित बयान हम आपको बता रहे हैं जिन पर काफी हंगामा हुआ।

-अफजल को फांसी नहीं उम्रकैद की सजा होनी चाहिए। वैसे मामला बिगड़ता देख अपने बयान से पलटते हुए बेनी ने कहा कि ऐसा कुछ कहा ही नहीं था।

-महंगाई पर हमेशा यही चलाते हैं..दाल महंगी हो गई, आटा महंगा हो गया, चावल महंगा हो गया, सब्जी महंगी हो गई.. जितना महंगा होगा किसान को उतना फायदा होगा.. हम तो खुश हैं इस महंगाई से।

-सलमान खुर्शीद का बचाव करते-करते केंद्रीय इस्पात मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा यह कह गए कि यदि यह रकम 71 करोड़ होती तो हम भी गंभीर होते। उनके मुताबिक एक केंद्रीय मंत्री के लिए 71 लाख रुपये की रकम बड़ी छोटी होती है। इसे घोटाला नहीं कहा जाना चाहिए। सलमान खुर्शीद जैसे नेता 71 लाख रुपये का घपला नहीं कर सकते।

-19 अगस्त, 2012 को बेनी ने कहा था कि मुलायम सिंह पगला गए है सठिया गए है। इनका कभी जिन्दगी में सपना पूरा नहीं होगा दिल्ली में सरकार बनाए का।

-9 अगस्त, 2012 को बेनी ने कहा था कि अन्ना हजारे का शनिचर उतर गया है और अब वो बाबा रामदेव पर चढ़ गया है। ये बेकार के लोग हैं, इन्हें बस कुछ काम चाहिए।

-पिछले साल यूपी विधानसभा चुनाव के दौरान बेनी ने कहा था कि गांधी परिवार के लोग सीएम बनने के लिए नहीं, बल्कि पीएम बनने के लिए पैदा होते हैं।

-बेनी ने अन्ना हजारे को 1965 के भारत-पाक युद्ध का भगोड़ा सिपाही बताया था।

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