सीबीआइ ने राजा भैया के दो करीबियों को उठाया

dsp-murder-cbi-detains-close-aide-of-raja-bhaiyaप्रतापगढ़। प्रतापगढ़ कुंडा में शहीद डीएसपी जिया उल हक की पिस्टल बरामदगी के बाद सीबीआइ ने पूर्व मंत्री राजा भैया के करीबी व सपा के जिला उपाध्यक्ष छविनाथ यादव से रविवार को पूछताछ की। इसके अलावा ग्राम प्रधान की हत्या के आरोपी पिता-पुत्र व गुड्डू, राजीव व नन्हे सरोज को अज्ञात स्थान पर ले जाकर राज उगलवाने की कोशिश की। रविवार सुबह बलीपुर पहुंची सीबीआइ टीम ने दो अन्य युवकों को भी हिरासत में लिया। ये दोनों भी राजा भैया के नजदीकी बताए जाते हैं। इनके परिजनों से भी पूछताछ की गई है।

रविवार को सीबीआइ राजा भैया के उन करीबियों को कैंप कार्यालय ले आई जिनकी मौजूदगी घटना के समय मौके पर पाई गई थी। इस क्रम में सबसे सपा जिला उपाध्यक्ष छविनाथ यादव को पूछताछ के लिए बैठाया गया। सीबीआइ ने उनसे यह जानने का प्रयास किया कि ग्राम प्रधान के भाई और डीएसपी जियाउल हक को गोली किसने मारी थी और डीएसपी की पिस्टल किसने लूटी। छविनाथ से पूछताछ के बाद सीबीआइ बलीपुर गांव पहुंची और प्रधान के पड़ोस में रहने वाले मंजीत यादव व बावन सरोज को हिरासत में ले लिया।

इसी तरह सीबीआइ की एक अन्य टीम बलीपुर के ग्राम प्रधान नन्हे यादव व उसके भाई सुरेश की हत्या के बारे में जानकारी के लिए अज्ञात स्थान पर कामता पाल, उसके बेटे अजय से पूछताछ करती रही। मालूम हो कि उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले के बलीपुर गांव में ग्राम प्रधान व उसके भाई की हत्या के बद हिंसा भड़क गई थी। बाद मौके पर पहुंचे डीएसपी जिया उल हक की भी हत्या कर दी गई थी। डीएसपी हत्याकांड के राजा भैया भी नामजद हैं। फोरेंसिक जांच के लिए भेजी गई पिस्टल नाटकीय ढंग से शनिवार शाम बलीपुर गांव से बरामद की गई डीएसपी की पिस्टल को सीबीआइ ने फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है।

गांव में दो मार्च को हुई हत्या के बाद डीएसपी की पिस्टल, मोबाइल, वीडियो कैमरा गायब हो गए थे। मैगजीन में 10 कारतूस मिलने से यह माना जा रहा है कि पिस्टल से कोई फायर नहीं हुआ है। ग्राम प्रधान के परिजनों की बंदूक, राइफल व रिवाल्वर को कब्जे में लेकर पहले ही फोरेंसिक जांच के लिए भेजा जा चुका है।

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