श्रीनगर। उत्तरी कश्मीर के सोपोर में मंगलवार रात संदिग्ध आतंकियों ने एक मस्जिद के अंदर 18 साल के लड़के क गोली मारकर हत्या कर दी। मरने वाले की पहचान सुहैल अहमद सोफी के रूप में की गई है। सुहैल की बस इतनी गलती थी कि वह स्थानीय सैन्य इकाई की मदद से अपने गांव में क्रिकेट मैच आयोजित कराता था।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि आतंकियों ने सुहैल का पीछा किया और उसने बचने के लिए कांद्र मोहल्ला दोआबगाह की मस्जिद में घुसकर छिपने की कोशिश की। जिस समय आतंकियों ने घटना को अंजाम दिया उस समय महाराष्ट्र से आए कुछ धार्मिक नेता मस्जिद में मौजूद थे।
मृतक के दोस्त गुलाम हैदर ने बताया कि हम घर के पास के ही मैदान में बात कर रहे थे कि तभी कुछ बंदूकधारी वहां आ पहुंचे। उन्होंने सुहैल पर गोलियां चलानी शुरू कर दी। वह तेजी से नजदीक की मस्जिद की तरफ भागा। लेकिन वे मस्जिद में घुस गए और पांच गोलियां सुहैल के जिस्म में उतार दी। शुरुआती जांच में पता चला है कि आतंकी लश्कर-ए-तैयबा से संबद्ध थे।
कश्मीर के आईजी अब्दुल गनी मीर ने कहा कि लड़के की हत्या के पीछे के कारणों का पता नहीं चल सका है। वहीं, मृतक के चाचा अली मोहम्मद ने बताया कि शायद आतंकियों ने सुहैल के दोस्ताना व्यवहार के कारण उसे सेना का मुखबिर समझ लिया।
उधर, मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने विधानसभा में एक बयान में घटना की कड़ी निंदा की और विपक्षी पीडीपी की चुप्पी पर सवाल उठाए। उमर ने कहा कि इस तरह की हत्या अगर सुरक्षा बलों ने की होती तो विपक्ष कपड़े फाड़ देता, हंगामा करता और विधानसभा में मुझसे सवाल किए जाते। उन्होंने कहा कि पीडीपी दोहरे मापदंड अपना रही है।
बाद में पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने एक बयान जारी कर घटना पर दुख जताया और मृतक के परिजनों को मुआवजा देने की मांग की।