जम्मू। जिसकी आशंका थी, जम्मू कश्मीर में अत्यंत संवेदनशील माने जाने वाली कोट भलवल जेल में वही हुआ। सरबजीत की मौत से गुस्साए कैदियों ने एक पाकिस्तानी कैदी सन्नाउल्लाह पुत्र आशिक हुसैन पर जेल परिसर में हमला कर दिया। हमले में सन्नाउल्लाह गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे उपचार के लिए गवर्नमेंट कालेज अस्पताल जम्मू में लाया गया है। जहां उसे गहन चिकित्सा कक्ष (आइसीयू) में रखा गया है। डाक्टरों ने उसकी हालत को अत्यंत नाजुक करार देते हुए बताया कि वह कोमा में है। वहीं, जेल प्रशासन ने इस मामले की जांच के आदेश जारी कर दिए हैं। इस बीच, सन्नाउल्लाह पर हमला करने वाले की पहचान पूर्व सैन्यकर्मी विनोद सिंह के रूप में हुई है।
मूलत: उत्तराखंड के रहने वाले विनोद सिंह पहले सेना में था और अपने एक साथी की हत्या के बाद उसे सेना से सेवामुक्त (कोट मार्शल) कर दिया गया था और इन दिनों वह कोट भलवल जेल में सजा काटा रहा था। विनोद सिंह के पिता का नाम महताब सिंह है। वहीं, भारत में पाकिस्तान उच्चायोग ने इस हमले की निंदा करते हुए पाकिस्तानी कैदियों की सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है।
गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर की विभिन्न जेलों में करीब 80 पाकिस्तानी कैदी हैं, जिनमें से अधिकांश आतंकी गतिविधियों के आरोप में ही पकडे गए हैं।
प्रशासन को पहले ही आशंका थी कि जिस तरह कुछ दिन पहले लाहौर की जेल में भारतीय नागरिक सर्बजीत सिंह की हमला कर जान ली गई है, उसकी प्रतिक्रिया स्थानीय जेलों में बंद पाकिस्तानी कैदियों पर हो सकती है। इसे देखते हुए सभी जेलों में सुरक्षा के कडे़ प्रबंध किए गए थे।