पाक सैनिकों का भारतीय चौकी पर हमला, 5 जवान शहीद

Pakistan_Borderनई दिल्ली। नियंत्रण रेखा के पास भारतीय चौकी पर पाकिस्तानी सैनिकों ने जबरदस्त हमला किया है। इस हमले 5 सैनिक शहीद हो गए हैं। मारे गए जवान 21 बिहार रेजीमेंट के थे। हमला रात में घात लगाकर किया गया। पुंछ में सरल नाम की चौकी पर पाक सैनिकों ने हमला बोला। पाकिस्तान की ओर से बीती रात को इस हमले को अंजाम दिया गया। सूत्रों के मुताबिक पाक सैनिकों ने भारतीय क्षेत्र में घुसकर चौकी पर हमला बोला।

फौजियों के साथ आतंकी भी थे 
हमले में सूबेदार समेत 5 जवान शहीद हुए हैं। बताया जा रहा है कि इस हमले में पाक फौजियों के साथ आतंकी भी शामिल थे। पाकिस्तान की ओर से गोलीबारी का ये पहला मामला नहीं है। सीमा पार से भारतीय चौकियों पर इस तरह की गोलीबारी आम है। इसमें अक्सर भारतीय सैनिक शहीद होते हैं। पाकिस्तान की ओर से हर बार संघर्ष विराम का उल्लंघन किया जाता है जिसकी कीमत भारतीय सैनिकों को जान देकर चुकानी पड़ती है।

मोदी का हमला, ‘सरकार सीमा की सुरक्षा में नाकाम’
पुंछ में भारतीय चौकी पर हमला कर 5 जवानों की हत्या पर भारत में सियासी घमासान मच गया है। इसे लेकर विपक्ष सरकार को निशाना बना रही है। इसकी गूंज लोकसभा और राज्यसभा में भी सुनाई पड़ी। उधर, मोदी ने इसे लेकर सरकार पर हमला बोल दिया। गुजरात के सीएम नरेंद्र मोदी इस हमले को लेकर सरकार पर जमकर बरसे। मोदी ने ट्वीट किया कि सरकार सीमाओं की सुरक्षा करने में नाकाम है। चीन की घुसपैठ से लेकर पाकिस्तान के हमलों तक सरकार सीमा की सुरक्षा करने में नाकाम रही है। आखिर सरकार कब जागेगी।

उमर अब्‍दुल्‍ला ने शोक जताया
जम्मू-कश्मीर के सीएम उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट कर शहीद हुए जवानों पर शोक जताया है। अब्दुल्ला ने ट्वीट किया, मुझे आज सुबह बताया गया कि सीमा पर 5 जवान शहीद हो गए। इस तरह के हमले से पाकिस्तान के साथ अच्छे संबंध बहाल नहीं हो सकते। ऐसे में पाकिस्तान सरकार के हालिया संदेश भी संदेह के घेरे में आ रहे हैं।

8 जनवरी को काट ले गये थे भारतीय जवान का सिर
8 जनवरी 2013 को पाकिस्तानी सैनिकों ने जम्मू-कश्मीर में एलओसी पर दो भारतीय जवानों को मौत के घाट उतार दिया था। पाकिस्‍तानी सैनिकों ने आतंकियों के साथ घात लगाकर हमला किया था और दो भारतीय जवानों के सिर काट ले गये थे। ये घटना मेंढर इलाके में हुई थी। सेना के मुताबिक पिछले एक महीने में पाक सेना ने करीब एक दर्जन बार युद्ध विराम का उल्लंघन किया है। पिछले 48 घंटे के भीतर ये दो बार हो चुका है। राजौरी, उरी, केरान और पुंछ सेक्टर में फायरिंग की कई वारदातें हुई हैं। इससे पहले विदेश मंत्रालय ने भी ये साफ किया था कि पाकिस्तान ने सीजफायर का उल्लंघन किया है। जानकारों के मुताबिक सरहद पर ये वक्त पाकस्तान की ओर से आतंकी घुसपैठ का है। हो सकता है कि इस फायरिंग का मकसद घुसपैठ करवाना हो। उधर, पाकिस्तान सेना ने बिना उकसाए फायरिंग की बात से इंकार किया है। गौरतलब है कि भारत और पाकिस्तान के बीच 2003 से युद्ध विराम लागू है लेकिन पाकिस्तान की ओर से इसका लगातार उल्लंघन होता रहा है।

पूरे देश में हुई थी तीखी प्रतिक्रिया
जम्‍मू-कश्‍मीर के पुंछ सेक्‍टर स्थित मेंढर में 8 जनवरी को दो भारतीय जवानों की बर्बर हत्‍या की गई। पाकिस्‍तानी एक जवान का सिर काटकर ले गए। घटना के मीडिया में आने के बाद पूरे देश में तीखी प्रतिक्रिया हुई। भारत सरकार ने इस घटना पर पाकिस्‍तान को आंखें तो दिखाईं, लेकिन हमेशा की तरह पाकिस्‍तान पर कोई असर नहीं हुआ। शहीद हेमराज का शव उत्‍तर प्रदेश के मथुरा और शहीद सुधाकर सिंह का शव मध्‍य प्रदेश के सीधी में लाया गया। जहां पर दोनों का अंतिम संस्‍कार राजकीय सम्‍मान के साथ किया गया। शहीद सुधाकर सिंह के अंतिम संस्‍कार में मध्‍य प्रदेश के मुख्‍यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पहुंचे और शहीद को नमन किया, लेकिन उत्‍तर प्रदेश सरकार ऐसा करने में नाकाम रही। सेनाध्‍यक्ष बिक्रम सिंह को भी अभी तक शहीद के परिवार से मिलने का समय नहीं मिला है। बड़ी बड़ी बातें करने वाले विपक्षी दल भी ऐसा करने में नाकाम रहे। कांग्रेस के नेता भी शहीदों के जख्‍मों पर मरहम नहीं लगा सके।

कहां गया नवाज शरीफ का वादा?
पाकिस्तान में कुछ समय पहले हुए आम चुनावों में जीत दर्ज करने के बाद नवाज शरीफ तीसरी बार प्रधानमंत्री बने। पीएम बनने के बाद नवाज ने ये कह कर उम्मीदें और बढ़ा दी थीं कि वह 26/11 और करगिल जैसी घटनाएं फिर नहीं होने देंगे, लेकिन ताजा घटना ने एक बार फिर ये सोचने पर मजबूर कर दिया है कि उनकी बात पर भरोसा किया जाए या नहीं।

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