यौन हमले के आरोपी आसाराम के हर दाव उलटे पड़ने के बाद आसाराम अपनी गिरफ्तारी पक्की मान चुका है और अपनी गिरफ्तारी के भय से आसाराम अपने इंदौर आश्रम में नहीं बल्कि इंदौर के एक प्रतिष्ठित उद्योगपति तथा दबंग दुनिया अखबार मालिक किशोर वाधवानी, के इंदौर के खंडवा रोड स्थित फार्म हाउस के फार्म में छिपा हुआ है. आसाराम को अब यह विश्वास हो चुका है कि अब उसे गिरफ्तार होने से कोई नहीं बचा सकता मगर आसाराम ने आखिरी दाव खेलते हुए अपने आपको अपने ही शिष्य किशोर वाधवानी के हवाले कर दिया है. इन वाधवानी ने वैसे तो आसाराम को विश्वास दिलाया है कि उसके इस फार्म हॉउस की पुलिस को भनक भी नहीं है और पुलिस का आपको ढूँढने यहाँ तक पहुंचना संभव ही नहीं है. इसीके साथ आसाराम की रणनीति है कि जब तक संभव हो पुलिस से आंख मिचौली खेली जाये और सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका पेश कर किसी भी तरह सुनवाई करवा ली जाये. यदि इस बीच में आसाराम गिरफ्तार हो जाता है तो वह अनशन पर बैठ कर अपने समर्थकों को भड़का सकता है.
गौरतलब है कि आसाराम को शरण देने वाला किशोर वाधवानी भाजपा का समर्थक है और उस की निकटता लाल कृष्ण अडवाणी से भी है. मध्य प्रदेश में भाजपा का शासन हो ने की वजह से पुलिस प्रशासन भी लाचार है आसाराम से निकटता की वजह से अपनी छबि ख़राब हो जाने की सम्भावना को देखते हुए गुजरात के मुख्य मंत्री नरेन्द्र मोदी ने तो तत्काल आसाराम से अपना पल्लू झाड दिया. वैसे भी अहमदाबाद में उसके आश्रम में दो बालको की संदिग्ध हालत में मौत के बाद वातावरण आसाराम के अनुकूल नहीं रहा था. इसी कारण, आसाराम को अहमदाबाद छोड़ना पड़ा था और वहां से भाग कर मध्य प्रदेश चला गया. मध्य प्रदेश में भाजपा का शासन होने की वजह से स्थानीय पुलिस प्रशासन भी लाचार है. http://mediadarbar.com से साभार