सरहद की रक्षा जरूरी या दुश्मन के हुक्मरान से बात-मोदी

narendra modi visa usतिरुचिरापल्ली। बीजेपी के पीएम कैंडिडेट और गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली की रैली में पाकिस्तान से बातचीत को लेकर केंद्र सरकार पर तीखे हमले किए। उन्होंने पूछा कि आखिर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की ऐसी क्या मजबूरी है कि वह आतंकवाद के बढ़ावा देने वाले देश के हुक्मरान से बातचीत टालने तक की नहीं सोच पाते?
मोदी ने रैली में आए लोगों से सवाल करते हुए कहा कि पाक सैनिकों द्वारा हमारे जवानों और निर्दोष नागरिकों को मारा जाता है, आतंकवाद आए दिन परेशान करता रहता है, क्या ऐसे समय में भारत के प्रधानमंत्री को पाकिस्तानी पीएम से बातचीत करनी चाहिए? मोदी ने कहा, ‘देश में ऐसी सरकार है, जिसके कारण न हमारी माताएं-बहनें सुरक्षित हैं, न सीमा पर तैनात हमारे जवान सुरक्षित हैं, न सीमा पर हमारी भूमि सलामत है, गुजरात हो या तमिलनाडु हो या केरल, न हमारे मछुआरे सुरक्षित हैं। इसलिए हमें ऐसी सरकार को उखाड़ कर फेंक देना चाहिए।’
नरेंद्र मोदी ने रैली की शुरुआत जम्मू आतंकी हमले में शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देकर की। मोदी ने जम्मू में डबल टेररिस्ट अटैक की निंदा करते हुए केंद्र की यूपीए सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने पाक से बातचीत के मसले पर पीएम पर सीधा हमला करते हुए पूछा कि देश के प्रधानमंत्री की प्राथमिकता क्या है? देश की सीमा पर पाकिस्तान की तरफ से हमले हो रहे हैं और प्रधानमंत्री न्यू यॉर्क में पाक प्रधानमंत्री से बातचीत का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। मोदी ने कहा कि देश जानना चाहता है कि देश की सरहद की रक्षा जरूरी है या दुश्मन देश के हुक्मरान से बातचीत जरूरी है। मोदी ने पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए कहा कि भारतीय मछुआरों की वोट पर पाक कब्जा कर लेता है और उसका इस्तेमाल भारत के खिलाफ साजिश के लिए करता है। नरेंद्र मोदी ने केंद्र सरकार को घेरते हुए कहा कि पाकिस्तान अपनी सरजमीं से आतंकी गतिविधियों को रोकने में नाकाम रहा है, फिर भी हमारी ओर से उसे चिकन बिरयानी का भोज दिया जाता है। उन्होंने कहा, ‘हिंदुस्तान के हर नागरिक के मन में सवाल है कि क्या हम इतने कमजोर हैं कि आए दिन हमारे पड़ोसी जो चाहें करते रहें और हम आंखें बंद कर, मुंह पर ताला लगा कर इन चीजों को झेलने पर मजबूर होते रहें।’
तिरची में भी मोदी की रैली के लिए लालकिले जैसा मंच बनाया गया है। इस रैली में शिरकत करने वालों से बतौर एंट्री फी 10-10 रुपये लिए गए हैं, बावजूद इसके रैली में लाखों की भीड़ दिखाई दी। मोदी तमिलनाडु के मछुआरों की समस्या को लेकर भी कांग्रेस पर बरसे। उन्होंने मछुआरों की दुर्दशा के लिए केंद्र को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि पड़ोसी देश हिंदुस्तान को टेकन फॉर ग्रांटेड मानते हैं। उन्होंने कहा कि हमारी पहली जिम्मेदारी बनती है कि दिल्ली में बैठी दुर्बल सरकार को उखाड़ फेंकें।
मोदी ने कहा, ‘केंद्र सरकार इस देश की ऐसी दुर्दशा कर देगी कि हिंदु्स्तान की तरुणाई सड़कों पर भीख मांगती नजर आएगी। दिल्ली की सरकार की नीतियों के कारण हमारे देश के सारे उद्योग ठप होते जा रहे हैं और छोटे उद्योग पर ताले लग रहे हैं। अमीरों का भला करना और बड़े कॉरपोरेट घरानों को फायदा पहुंचाने की केंद्र सरकार की नीति रही है।’
मोदी ने तमिलनाडु के लोगों को मेहनती बताते हुए कहा कि यहां के लोग रॉयल पीपल हैं। उन्‍होंने दावा किया कि गुजरात और तमिलनाडु कई मायनों में एक जैसा है। गुजरात और तमिलनाडु के बीच रिश्‍तों के बारे में बताते हुए मोदी ने कहा कि गुजरात सबसे ज्यादा कपास का उत्‍पादन करता है और इस कपास की सबसे ज्यादा खपत तमिलनाडु में होती है।

error: Content is protected !!