चेहरा बदलकर आगरा में छिपना चाहता था नारायण साई

aasaram narayanआगरा। नाबालिग से दुराचार के आरोपी आसाराम बापू का बेटा नारायण साई चेहरा बदलकर आगरा में छिपना चाहता था। मुकदमा दर्ज होने के बाद लगातार दूसरी बार वह पूरी तैयारी के साथ आया था। सिर से बाल गायब और दाढ़ी भी नदारद थी। यहां की सिम लेने की भी फरमाइश की, लेकिन आसाराम के अनुयायी ने हाथ खड़े कर दिए, तो वह यहां नहीं ठहर सका। उधर, जागरण में साई के यहां ठहरने की खबर प्रकाशित होने के बाद उसे यहां ठहराने वाला परिवार फरार है।

गुजरात क्राइम ब्रांच ने शुक्रवार रात शाहगंज में आलोक नगर के मकान ए-21 पर नारायण साई की तलाश में छापा मारा, जबकि साई शुक्रवार तड़के तक लक्ष्मण दास सेवकानी के मकान ए-20 में ठहरा था। सेवकानी के सनसनीखेज खुलासे के बाद स्थानीय पुलिस प्रशासन की भी हवाइयां उड़ गई हैं। नारायण साई पहले भी अपने खिलाफ मुकदमा दर्ज होने के बाद यहां आया था। दुबारा गुरुवार रात करीब एक बजे वह पूरी तैयारी से पंजाब के नंबर की ऑडी कार से आया था। भोजन करने के बाद वह ऊपरी मंजिल पर बने हाल में सोया और रात में वहीं ठहरा था। इसी तल पर एक मंदिर और पूजा स्थान भी है। सेवकानी के मुताबिक साईं के सिर और दाढ़ी से बाल गायब थे। बकौल सेवकानी, देर रात तक वे बातचीत करते रहे, इसमें उन्होंने अपने ऊपर लगाए गए आरोपों के बारे में चर्चा की।

उसके बाद इशारे से गाड़ी के चालक ने आगरा की सिम लाने के लिए लक्ष्मण सेवकानी को पैसे दिए। उनकी यहां ठहरने की मंशा देख सेवकानी घबरा गए। तड़के चार बजे उन्होनें हाथ जोड़कर साई से घर से जाने को अनुरोध किया, जिसके बाद वह अपनी ऑडी कार से चला गया।

अब लक्ष्मण सेवकानी का परिवार भी घर से गायब है। रविवार को उनके मेन गेट का ताला खुला था, लेकिन अंदर कोई नहीं था। घर में बाइक और एक स्कूटर खड़ा था। पूरा परिवार कार से कहीं बाहर निकल गया। स्थानीय पुलिस ने भी उन्हें तलाशने की कोशिश नहीं की।

error: Content is protected !!