राजस्थान ने मतदान का रिकार्ड तोड़ दिया. राज्य में चौदहवीं विधानसभा के लिए 200 सीटों में से 99 सीटों पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच आज करीब 75 प्रतिशत मतदान हुआ. निर्वाचन उपायुक्त सुधीर त्रिपाठी ने बताया कि इस बार राजस्थान में जो मतदान हुआ. वह अपने आप में ऐतिहासिक है, क्योंकि राज्य में मतदान प्रतिशत पूर्व में हुये सभी चुनावों की तुलना में अधिक है. उन्होंने कहा कि कुछ जिलों से अभी रिपोर्टों की प्रतीक्षा की जा रही है और इन जिलों से रिपोर्टें आने के बाद मतदान प्रतिशत के और बढ़ने की सभावना है.
निर्वाचन उपायुक्त के अनुसार वर्ष 2003 में हुए विधानसभा चुनाव में 67.18 प्रतिशत मतदान हुआ था, जबकि 2008 में 66.49 प्रतिशत मतदान हुआ था. वर्ष 2009 में लोकसभा चुनाव के दौरान 48.46 प्रतिशत मतदान हुआ था. राज्य में 200 में से 199 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में चार करोड से अधिक मतदाताओं ने 43,233 मतदान केन्द्रों पर अपने मताधिकार का प्रयोग किया. मतगणना आठ दिसम्बर को होगी. चुरू विधानसभा सीट के लिए 13 दिसम्बर को मतदान होगा, जहां बसपा उम्मीदवार की मृत्यु के कारण चुनाव कार्यक्रम फिर से घोषित किया गया है.
चुनाव आयोग के अनुसार राज्य में कुल 74.38 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया, जिनमें सर्वाधिक जैसलमेर जिले में 85.52 प्रतिशत तथा सबसे कम सिरोही में 61.71 प्रतिशत मतदान हुआ. इसी तरह हनुमानगढ़ में 85.40, गंगानगर में 84.06, जालोर 82, चित्तौडगढ़ 80.77, बांसवाड़ा 79.25, बारां 78.71, प्रतापगढ़ 78.08, धौलपुर 78.06, चूरु 77.53, भीलवाड़ा 76.69, बाड़मेर 76.50, अलवर 76.11, बूंदी 75.02, कोटा 75, बीकानेर 74.85, अजमेर 74.46, दौसा 74.19 एवं राजसमंद में 74.07 प्रतिशत मतदान रिकार्ड किया गया. इसके अलावा झुंझुनूं 73.60, टोंक 73.71, झालावाड 73.02, जयपुर 73.06, उदयपुर 72.42, भरतपुर 71.66, डूंगरपुर 71.46, जोधपुर 71.04, नागौर 71, करौली 69.69, सीकर 69.53, सवाई माधोपुर 68.63, पाली 66.21 प्रतिशत मतदान हुआ.
इसके साथ ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की प्रदेशाध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री वसुधरा राजे, विधानसभा अध्यक्ष दीपेन्द्र सिंह शेखावत एवं पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सुमित्रा सिंह सहित कुल 2087 प्रत्याशियों का चुनावी भाग्य इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में बंद हो गया.