वयोवृद्ध कांग्रेस नेता एवं विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष परसराम मदेरणा का रविवार सुबह निधन हो गया। उन्होंने जयपुर के एसएमएस अस्पताल में रविवार सुबह 6 बजे अंतिम सांस ली। मदेरणा को 11 फरवरी को सांस में तकलीफ, पेट में फुलाव व पैर में सूजन के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया था। तीन दिन पहले उन्हें वेंटीलेटर पर रखा गया था। वे करीब 88 वर्ष के थे। उनके निधन पर मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सहित भाजपा व कांग्रेस के नेताओं ने शोक जताया है। विधानसभा अध्यक्ष कैलाश मेघवाल ने परसराम मदेरणा के निधन पर सोमवार को विधानसभा का अवकाश घोषित किया है।
अस्पताल अधीक्षक डॉ. वीरेंद्र सिंह ने बताया कि सेप्टीसिमिया के कारण एंटीबायोटिक दवाओं के बेअसर होने से उन्हें बचाया नहीं जा सका। शनिवार देर रात कार्डियक अरेस्ट के कारण उन्हें कृत्रिम सांस दी गई। वे डायबिटीज, ऑस्टियो आर्थराइटिस व प्रोस्टेट बीमारी से भी पीडि़त थे। स्वास्थ्य कारणों से वे करीब एक दशक से सक्रिय राजनीति से दूर थे। करीब डेढ़ वर्ष पहले परसराम मदेरणा की पत्नी छोटी देवी का निधन हुआ था। भंवरी हत्याकांड में जेल में बंद मदेरणा के पुत्र महिपाल के आने के बाद ही संभवत: मंगलवार को उनका अंतिम संस्कार होगा। रविवार को छुट्टी के कारण कानूनी कार्रवाई नहीं की जा सकी। सोमवार शाम परसराम मदेरणा का पार्थिव शरीर सड़क मार्ग से उनके पैतृक गांव ओसियां के पास लक्ष्मणनगर (चाडी) में ले जाया जाएगा।
प्रदेश कांगे्रस कार्यालय में रविवार को परसराम मदेरणा के निधन के बाद शोक सभा हुई। इसमें मदेरणा के निधन को प्रदेश की बड़ी क्षति बताया गया। दो मिनट का मौन रखकर प्रदेश पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने श्रद्धांजलि अर्पित की। उधर, केंद्रीय मंत्री व प्रदेश कांगे्रस अध्यक्ष सचिन पायलट ने भी मदेरणा के निधन पर दुख जताया है। पूर्व अध्यक्ष डॉ. चंद्रभान, पूर्व विधायक प्रतापसिंह खाचरियावास, कांगे्रस नेता रामसिंह कस्वां ने भी दुख जताया। भाजपा ने मदेरणा के निधन पर शोक जताया है। नए प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी ने कहा कि वे राजनीति के पुरोधा रहे हैं। उन्होंने विधानसभा में अपने कार्य से आयाम स्थापित किया है। इनके अलावा सहकारिता मंत्री अजय ङ्क्षसह किलक, समता पार्टी आदि ने भी शोक जताया है।