आसाराम मामले में गवाही देने वाले की मौत

amrit-prajapatiजोधपुर सेन्ट्रल जेल में बंद आसाराम के खिलाफ गवाही देने वाले अमृत प्रजापति की मृत्यु हो गयी है. गत 23 मई को राजकोट में हुए एक हमले में प्रजापति को गोलियां लगी थीं, जिसके बाद से वे अस्पताल में भर्ती थे. मंगलवार को इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गयी. आसाराम को पिछले साल सितम्बर में गिरफ्तार किया गया था. आसाराम पर सूरत की महिला ने भी भी बलात्कार का आरोप लगाया था जिसके बाद स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम ने मामले की जांच की थी. इस मामले में भी चार्जशीट दाखिल हो चुकी है.अमृत प्रजापति ने आसाराम पर आरोप लगाया था कि वे पंचेड़ बूटी के नाम पर अफीम का सेवन करते हैं और रतलाम के निकट अपने फार्म हाउस पर इसकी खेती भी करवाते हैं . आसाराम के लिए अफीम वहीँ से आती थी. प्रजापति के अनुसार उसे आसाराम के सभी काले कारनामों की पूरी जानकारी थी और उसने आसाराम को कई बार लड़कियों के साथ अन्तरंग स्थिति में भी देखा है. बकौल प्रजापति, आसाराम ने अपनी ज़िन्दगी में एक हज़ार से अधिक बलात्कार किये थे. अहमदाबाद के ओधाव में रहने वाला अमृत प्रजापति एक समय में आसाराम का बहुत करीबी था. वह राजकोट में आयुर्वेद की प्रैक्टिस किया करता था. प्रजापति ने 18 वर्षों तक आसाराम के अहमदाबाद वाले आश्रम में काम किया था. वड़ोदरा में दो बच्चों की संदिग्ध मौत के सिलसिले में प्रजापति ने गवाही दी थी जिसके लिए उसे 2005 में उसे आश्रम में निकाल दिया गया. कोटा के पवन कुमार ने आसाराम के खिलाफ धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराई थी. इस मामले में गवाही के लिए पुलिस प्रजापति को कोटा लायी थी. प्रजापति ने आरोप लगाया था कि आसाराम ने उस पर दो दर्जन बार हमले करवाए थे.

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