कथा और शोभायात्रा, सागर तालाब में गणेश प्रतिमा का विसर्जन
बीकानेर। गोधूलि वेला में रिमझिम बरसात से भीगती मरुधरा के देवीकुंड सागर में गणपति बापा मोरिया अब के बरस जल्दी आ… की गूंज सूर्यास्त तक बनी रही। यहां उन कुछ श्रद्धालुओं का जमावड़ा रहा जिन्होंने श्री गणेश चतुर्थी से पांच दिन के महोत्सव की पूर्णाहुति गणपति प्रतिमा के विसर्जन से की। इस अवसर पर कुछ परिवारों के सदस्यों ने खास तौर से महाराष्ट्र की तर्ज पर लोक भजनों से गजानन महाराज को रिझाया। लंबोदर को भजनों की प्रस्तुति से प्रसन्न किया और ससम्मान अगले बरस शीघ्र आने की प्रार्थना करते हुए नम आंखों से सागर की जल तरंगों में विसर्जित किया।
श्रीलक्ष्मी नृसिंह निवास मंदिर सार्दुल कालोनी में विश्वास वाचनालय द्वारा आयोजित पांच दिवसीय ‘‘स्वर्णिम गणेश’’ महोत्सव की पूर्णाहुति श्रीगणेश-कथा, बारिश में भीगते हुए निकाली गई शोभायात्रा एवं सागर में गणेश प्रतिमा विसर्जन के साथ हुई। पूजन-अर्चन पं रामचंद्र रामदेव जी के सान्निध्य में किया गया। रिमझिम फुुहारों के बीच कथा वाचन एवं पूजन साधना थानवी व मोहन थानवी ने कराया। बरसात की वजह से गणपति की पूजा अर्चना पतिमा को रथ पर ही विराजित करवा के संपन्न करवाई गई। गणेश वंदना, महाआरती के बाद पल्लव – प्रार्थना में सर्व समाज एवं विश्व में सुख समृद्धि की कामना की। इस अवसर लक्ष्मीदेवी, शालिनी, शिल्पा के सान्निध्य में बाल गोपाल मंडली की गोगी, पीयू, देव थानवी, आदि ने मंडप सजाया व भजनों की प्रस्तुति दी। महिला मंडली की अनिता थानवी, निशी मेहंदीरत्ता, साधना थानवी, स्वाति, प्रियंका थानवी के नेतृत्व में डांडिया की प्रस्तुति दी गई। गणपति बापा मोरिया, अगले बरस फिर जल्दी आ… की गूंज के बीच विनायक को ससम्मान विदाई दी गई। शोभायात्रा के साथ सागर पहुंचकर श्री गणपति भगवान की प्रतिमा का विसर्जन सूर्यास्त के समय अनिता-राजकुमार थानवी ने किया। इसके अलावा साउथ एक्सटेंशन से रश्मि राजू नागपाल, रीटा नागपाल सहित पांच-छह अन्य परिवारों ने भी सागर तालाब में ही गणेश भगवान की प्रतिमा का विसर्जन किया। आभार सुनील गिला ने ज्ञापित किया।
मोहन थानवी
संस्थापक अध्यक्ष