अब गुर्जर सभी जातियों को साथ लेकर करेंगे संघर्ष

विशेष पिछड़ा वर्ग के पांच प्रतिशत आरक्षण के लिए गुर्जर अब एसबीसी में शामिल सभी जातियों को साथ लेकर संघर्ष करेंगे। इसके लिए विशेष पिछड़ा वर्ग संयुक्त आरक्षण संघर्ष समिति का गठन किया गया है जिसमें गुर्जर, रैबारी, बंजारा और गुडि़या लुहार जातियों के प्रतिनिधियों को शामिल किया है।

कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष और गुर्जर नेता हरिसिंह महुवा, गुर्जर नेता अतर सिंह भडाना, देवकीनंदन काका और अमरसिंह कसाना ने साझा प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि एसबीसी के पांच प्रतिशत आरक्षण के लिए अब और इंतजार करना असहनीय हो गया है। सरकार अब इस वर्ग की मांग को दरकिनार नहीं कर सकती। अब चारों जातियां एक वर्ग के रूप में साथ मिलकर निर्णायक संघर्ष करेगी। पांच को कैमरी में तय होंगे आरक्षण आंदोलन के नेता और रणनीति भडाना ने कहा कि एसबीसी आरक्षण के लिए रणनीति तय करने के लिए पांच सितम्बर को जगदीश धाम कैमरी में महापंचायत बुलाई है।

इस महापंचायत में आरक्षण आंदोलन की रणनीति तय होगी। इससे पहले 3 सितंबर को सभी नेताओं को आरक्षण का नेतृत्व करने के मुद्दे पर चर्चा के लिए बुलाया है। भड़ाना ने कहा कि एसबीसी आरक्षण पर कांग्रेस और भाजपा दोनों को अपना रुख स्पष्ट करना होगा।

भाजपा और प्रतिपक्ष की नेता वसुंधरा राजे भी अपना रुख साफ करें। वे यह नहीं समझे कि कांग्रेस से नाराज होकर गुर्जर स्वत: ही भाजपा की तरफ चले आएंगे।

प्रदेश उपाध्यक्ष हरिसिंह महुवा ने कहा कि एसबीसी के पांच प्रतिशत आरक्षण पर सरकार की चुप्पी असहनीय है। सरकार अब कौनसे डाटा कलेक्ट कर रही है। अब एसबीसी की चारों जातियां मिलकर एक वर्ग के रूप में संघर्ष करेंगी। सोती हुई सरकार को जगाने के लिए अब हमने चारों जातियों को साथ मिलाकर आरक्षण के लिए संघर्ष करने का फैसला किया है।

कांग्रेस के राजसमंद जिलाध्यक्ष देवकी नंदन काका ने कहा कि हम एसबीसी का पांच प्रतिशत आरक्षण चाहते हैं। सरकार ओबीसी के आरक्षण का वर्गीकरण का झांसा देकर एसबीसी आरक्षण को अटकाने का काम नहीं करे। सरकार इससे वर्ग संघर्ष की स्थिति पैदा करना चाहती है। सरकार ओबीसी के वर्गीकरण की बात नहीं करके एसबीसी का पांच प्रतिशत आरक्षण लागू करे।

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