राजस्थान में भारी बारिश से तीन की मौत

करीब एक सप्ताह बाद राजस्थान के आज फिर भारी बारिश का दौर शुरू हुआ। राजधानी जयपुर सहित प्रदेश के कई जिलों में हुई तेज बारिश से तीन लोगों की मौत हो गई,वहीं जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया। मौसम विभाग ने आगामी 24 घंटे में भारी बारिश की चेतावनी दी,वहीं जयपुर कलेक्टर ने जिले में अलर्ट घोषित कर दिया।

आज सुबह आठ बजे शुरू हुई बारिश जयपुर में जहां तीन घंटे तेजी से हुई, वहीं सीकर, अजमेर, झुंझुनू और उदयपुर में दिनभर बारिश का दौर चला। इसके अलावा भी प्रदेश के अन्य इलाकों में बारिश हुई।

जयपुर जिले में हुई बारिश में बाण्ड़ी नदी के बहाव में बहने से दो लोगों की मौत हो गई, इनमें से एक का शव मिल गया,जबकि दूसरे की शाम तक तलाश जारी थी।

बारिश के कारण राजधानी के अतिसुरक्षित क्षेत्र सिविल लाईस में मंत्रियों के बंगलों में पानी भर गया, वहीं मुख्यमंत्री निवास तक पहुंचने वाले रास्ते जाम हो गए। बारिश के कारण जयपुर शहर में दो मकान ढहने के साथ ही कच्ची बस्तियों में पानी भर गया। जयपुर की सड़को पर तीन से चार फीट पानी भरने से दिनभर सड़कें जाम रही।

शासन सचिवालय और मण्डल रेल प्रबंधक कार्यालय में दो-दो फीट तक पानी भरने से कर्मचारी कार्यालय तक नहीं पहुंच सके। मंत्रियों और आला अधिकारियों के कमरों में भी छत से पानी टपकने लगा।

बारिश के कारण जयपुर शहर में कई घंटों तक बिजली गुल रही, बिजली नहीं होने के कारण सरकारी तथा निजी कार्यालय में काम नहीं हुए। बारिश के कारण मुख्य बाजारों की दुकानों में पानी भर गया।

अजमेर जिले के ब्यावर में तेज बारिश से एक व्यक्ति की मौत हो गई। ब्यावर में आकाश से बिजली गिरने के कारण पांच लोग घायल हो गए, इनमें से एक की हालत गंभीर बनी हुई है। झुंझूंनू के नवलगढ़ में भी बिजली गिरने से दो लोग घायल हो गए। जिले के कई क्षेत्रों में पानी भरा हुआ है। सीकर जिले में भारी बारिश के कारण हाईवे जाम रहा। वाहनों की आवाजाही शाम तक सुचारू रूप से शुरू नहीं हो सकी। उदयपुर में बारिश के कारण सड़कों पर दो-दो फीट पानी भर गया और पूरे जिले का जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया।

बारिश से प्रदेश के सबसे बड़े बीसलपुर बांध में पानी की आवक हुई, वहीं धौलपुर जिले में बारिश के कारण चम्बल नदी में पानी आया। बारिश की वजह से प्रदेश के छोटे-बड़े बांध और एनिकट ओवरप्लो हो गए।

सरकार ने सभी जिला कलेक्टरों को बारिश के कारण स्कूलों में बच्चों की छुटिट्यां करने के साथ ही सभी पुलिस थाना प्रभारियों को अपने-अपने क्षेत्र में गश्त करने के निर्देश दिए है। जिला कलेक्टरों से भी नियमित रूप से रिपोर्ट मुख्य सचिव को भेजने और बारिश से प्रभावितों को राहत सामग्री पहुंचाने के निर्देश दिए गए है। मुख्यमंत्री ने मंत्रियों एवं कांग्रेस विधायकों से अपने-अपने क्षेत्र में जाकर राहत कायरें पर निगरानी करें। इधर पिछले माह की 22 तारीख को जयपुर में आई भारी बारिश से बेघर हुए बस्सी सीतारामपुरा कच्ची बस्ती के लोगों ने मुख्यमंत्री आवास पर पहुंचकर हंगामा किया। इन लोगों ने मुख्यमंत्री निवास के बाहर पत्थर भी फेंके, लेकिन बाद में पुलिसकर्मियों ने इन्हें खदेड दिया।

गौरतलब है कि राज्य मे पिछले माह 22 से 27 अगस्त तक भारी बारिश हुई थी,इससे 20 लोगों की मौत होने के साथ ही भारी नुकसान हुआ था। अतिवृष्टि का जायजा लेने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी खुद जयपुर आई थीं।

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