धार्मिक समन्वय प्रकोष्ठ की समीक्षात्मक बैठक सम्पन्न

kiranजयपुर, 5 फरवरी। 27 जनवरी को शुरू हुए ‘मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान’ में धार्मिक ट्रस्टों और संगठनों की भागीदारी को लेकर षुक्रवार को जलदाय मंत्री श्रीमती किरण माहेश्वरी की अध्यक्षता में धार्मिक समन्वय ट्रस्ट प्रकोष्ठ की समीक्षात्मक बैठक आयोजित की गई।
शासन सचिवालय में हुई इस बैठक में धार्मिक समन्वय ट्रस्ट प्रकोष्ठ की ओर से अभियान में अब तक की गतिविधियों की समीक्षा की गई और आने वाले दिनों में होने वाले कार्यों की योजनाओं पर विचार-विमर्श किया गया।
श्रीमती माहेश्वरी ने बताया कि मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान में प्रदेष के सभी गांवों में संत-महात्माओं और ने आमजन की सहभागिता से बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। गांवों में उत्साह का माहौल था। हर कोई अभियान का हिस्सा बनने को उत्सुक था। किसी ने ट्रेक्टर देकर तो किसी ने जेसीबी देकर अपनी सहभागिता दिखाई। जो आर्थिक रूप से मदद नहीं कर पा रहा था उसने श्रमदान कर जल सरंक्षण के प्रति अपनी दृढ़ इच्छा दिखाई।
उन्होंने बताया कि संत-महात्मा और धार्मिक ट्रस्ट भी जल संरक्षण और गांवों को जल के मामले में आत्मनिर्भर बनाने की हर संभव कोषिष कर रहे हैं। दिल्ली स्थित शनि धाम के श्री दाती महाराज के संस्थान ने पाली, जालोर और सिरोही जिलों में प्रचार-प्रसार में काम आने वाली सामग्री देकर सहयोग किया। यही नहीं उन्होंने लोगों को इस पुनित काम के प्रति उत्साहित कर आर्थिक सहयोग के लिए भी प्रेरित किया। आर्ट आॅफ लिविंग के प्रतिनिधि जल्द ही लोगों को जल सरंक्षण के प्रति जागरूक बनाने और उन्हें प्रेरित करने के लिए उदयपुर, राजसमंद और डूंगरपुर जिलों के ग्रास रूट लेवल वर्कर्स को प्रशिक्षित करेंगे।
श्रीमती माहेष्वरी ने बताया कि आने वाले दिनों में हरिद्वार के गायत्री शक्ति पीठ, बाड़मेर जिले के नाकोडा आश्रम, आबू रोड के ब्रह्मकुमारी संस्थान, डेरा सच्चा सौदा, बांसवाड़ा के त्रिपुरा सुंदरी, काली कल्याण धाम ट्रस्ट, जालौर के सुंडा माता ट्रस्ट, प्रतापगढ़ के भंवर माता ट्रस्ट और चित्तौड़गढ़ के सांवरिया धाम जैसे धार्मिक संगठन भी जल स्वावलंबन अभियान में भागीदारी निभाते हुए नजर आएंगे।
बैठक में देवस्थान विभाग के अतिरिक्त निदेषक श्री राजीव पांडेय, अतिरिक्त निदेषक जल संरक्षण श्री अरुण सुराणा समेत कई अधिकारीगण उपस्थित रहे।

error: Content is protected !!