गर्मी से उत्पन्न हालात से निपटने के लिए मुख्य सचिव ने ली उच्च स्तरीय बैठक

phed-Rajasthanजयपुर, 20 अप्रेल। मुख्य सचिव श्री सीएस राजन ने राज्य में सूखा एवं अभाग्रस्त क्षेत्रों में पेयजल, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, महानरेगा के अन्तर्गत श्रम एवं रोजगार, शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल एवं आपदा प्रबन्धन की स्थिति की समीक्षा के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक ली।
शासन सचिवालय में बुधवार को हुई इस बैठक में मुख्य सचिव ने निर्देश देते हुए कहा कि जिला कलेक्टर प्रत्येक सोमवार को पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए तैयार कन्टेनजेंसी प्लान की समीक्षा अनिवार्य रूप से करें। उन्होंने कहा कि जिला स्तरीय समीक्षा के दौरान शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल, मौसमी बीमारियों, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, ग्रामीण रोजगार एवं आपदा प्रबन्धन से संबंधित अन्य मुद्दों पर चर्चा की जाए।
श्री राजन ने निर्देश दिए कि नागरिकों से प्राप्त शिकायतों का तुरन्त निस्तारण करने की भी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि शिकायत के समाधान की वास्तविकता जानने के लिए रैंडमली शिकायतकर्ता से संपर्क किया जाए और जानकारी प्राप्त की जाए। उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि राज्य स्तर पर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख शासन सचिव की अध्यक्षता में साप्ताहिक बैठक का आयोजन किया जाए, जिसमें गर्मी के दौरान की जा रही व्यवस्थाओं की साप्ताहिक समीक्षा होना सुनिश्चित हो।
उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि जहां भी पेयजल पाइप लाइन ओर सीवरेज लाइन एक साथ हंै, वहां सफाई की पर्याप्त व्यवस्था रखी जाए। उन्होंने कहा कि जिला कलेक्टरों को यह भी निर्देशित किया जाए कि किसी भी तरह की जल समस्या पैदा होने पर अन्य माध्यमों के जरिए आमजन को अविलंब पेयजल उपलब्ध कराया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि पानी के टैंकरों में जीपीएस सिस्टम एवं फ्लोमीटर लगाना भी सुनिश्चित करे, ताकि पारदर्शिता के साथ-साथ पेयजल सप्लाई संभव हो सके।
बैठक में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, जन स्वास्थ्य एवं अभियान्त्रिकी विभाग, स्वायत्त शासन विभाग, आपदा प्रबन्धन एवं सहायता विभागों के शासन सचिव और प्रमुख शासन सचिव ने भाग लिया।

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