डेल्टा हत्या प्रकरण की सीबीआई जांच से पिडि़त दलित परिवार को न्याय मिलने की उम्मीद

badmer newsबाड़मेर 20 अप्रैल
दलित अधिकार अभियान कमेटी संयोजक भैरूसिंह फुलवारिया ने बताया कि डेल्टा मेघवाल दुराचार व हत्या प्रकरण को लेकर दलित समुदाय के संघर्ष विपक्ष के दबाव एवं मृतक छात्रा के परिवार की वाजिब मांग पर देर से आये, दुरस्त आये कि कहावत चरितार्थ करते हुए राज्य सरकार द्वारा सीबीआई जांच की सिफारिष करने के इस प्रकरण में दलित पिडि़त परिवार को न्याय मिलने की उम्मीद जगी है।
फुलवारिया ने बताया कि बाड़मेर जिले के गडरारोड़ तहसील के त्रिमोही गांव की होनहार दलित छात्रा डेल्टा मेघवाल जो बीकानेर के नोखा में जैन आदर्ष कन्या षिक्षण संस्थान में अध्ययनरत थी। उसकी 28 मार्च को दुष्कर्म करने के बाद हत्या कर शव को पानी के टांके में डाल दिया गया था। पुलिस ने आरोपियों को बचाने के लिए अनुसंधान में हत्या को आत्महत्या एवं दलित छात्रा डेल्टा के चरित्र पर लांचन लगाते हुए सार्वजनिक बयान जारी किये। प्रथम संदेह कि मृतक छात्रा के शव का पोस्टमार्टम करने वाले मेडिकल बोर्ड की प्रथम ओपिनियन की मृतक छात्रा के फैफड़ों में पानी भरा नहीं होने के कारण मौत डूबने से नहीं हुई है लेकिन पुलिस ने राजनैतिक दबाव बनाकर मेडिकल बोर्ड के डाक्टर्स से रि-ओपीनियन रिपोर्ट बनाकर बताया गया कि छात्रा की मौत पानी मे डूबने से हो सकती है। पुलिस इस प्रकार वास्तविक सबूतो को नष्ट कर आरोपियो को बचाने के लिए हत्या प्रकरण को अवसाद में आत्महत्या एवं दलित समुदाय एवं मृतक परिवार की जायज मांग को लेकर संघर्ष को कमजोर करने के लिए मेघावी, होनहार, दलित छात्रा के चरित्र पर सार्वजनिक किचड़ उछाल रही है। डेल्टा प्रकरण की सीबीआई जांच की सिफारिष पर जल्द अनुसंधान किया जाने पर दलित समुदाय के लोगों को इस प्रकरण में न्याय मिलने की उम्मीद जगी है। इस प्रकरण में आरोपियों को बचाने वाले पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कठोर कानूनी कार्यवाही अमल में लाकर दोषीयों को दण्डित किया जाना चाहिए।

भैरूसिंह फुलवारिया
संयोजक
दलित अधिकार अभियान कमेटी
मो. 9413183704

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